जयपुर. अलवर के बहरोड़ में पपला गैंग में शामिल अपराधियों को पुलिस की तरफ से बाजार में अर्धनग्न परेड कराए जाने के मामले में राज्य मानव अधिकार आयोग ने भी संज्ञान लिया है. आयोग ने इस मामले को गंभीर मानते हुए पुलिस महानिदेशक से इस पूरे घटनाक्रम पर जवाब मांगा है.
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आयोग अध्यक्ष जस्टिस प्रकाश टाटिया ने अपने आदेश में अलवर के बहरोड़ थाने में हुई घटना को काफी गंभीर माना. लेकिन उसके बाद अपराधियों को पकड़ने पर पुलिस के अर्धनग्न कर सड़क पर परेड कराए जाने को उससे भी गंभीर माना और पूछा कि क्या यह अपराधियों के मानवाधिकार का हनन नहीं है. वहीं इस पूरे मामले में जिस प्रकार पुलिस की मिलीभगत सामने आई उसको लेकर भी जस्टिस प्रकाश टाटिया ने अपने आदेश में जिक्र किया.
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गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही अलवर के बहरोड़ पुलिस थाने में बंद कुख्यात अपराधी पपला गुर्जर को उसकी गैंग के बदमाशों ने पुलिस थाने में घुसकर छुड़ा लिया था और जब इस पूरे घटनाक्रम की जांच हुई तो कई पुलिसकर्मियों की मिलीभगत भी सामने आई थी. हालांकि कुछ ही दिनों बाद पपला गुर्जर को लॉकअप से छुड़ाकर ले जाने वाले बदमाशों को तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. लेकिन पपला गुर्जर अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.