जयपुर. राजस्थान एसीबी की जयपुर इकाई द्वारा आज एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए हाउसिंग बोर्ड कार्यालय के इलेक्ट्रिकल ब्रांच के प्रोजेक्ट इंजीनियर को 1 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. परिवादी द्वारा 5.50 करोड़ रुपए के इलेक्ट्रॉनिक काम के टेंडर के लिए अप्लाई किया गया था. जिसमें टेक्निकल बिड और फाइनेंशियल बिड की फाइल पास होने के बाद ही टेंडर को हासिल किया जा सकता है. परिवादी की टेक्निकल बिड की फाइल को पास करने की एवज में हाउसिंग बोर्ड के इलेक्ट्रिकल ब्रांच के प्रोजेक्ट इंजीनियर द्वारा रिश्वत राशि की मांग की गई.
एसीबी की जयपुर इकाई के इंस्पेक्टर नीरज भारद्वाज ने बताया कि प्रताप नगर स्थित कोचिंग हब में 5.50 करोड़ रुपए की लागत से इलेक्ट्रॉनिक का काम किया जाना है. जिसको लेकर हाउसिंग बोर्ड की तरफ से एक टेंडर निकाला गया. जिसमें परिवादी द्वारा इलेक्ट्रॉनिक काम करने के लिए टेंडर के लिए अप्लाई किया गया. परिवादी को टेंडर तभी मिल सकता है जब उसकी टेक्निकल बिड और फाइनेंशियल बिड की फाइल हाउसिंग बोर्ड की इलेक्ट्रिकल ब्रांच द्वारा पास की जाए.
पढ़ें- पुस्तक विवाद पर देवनानी बोले- जयपुर को हैदराबाद नहीं बनने देंगे, सदन में होनी चाहिए चर्चा
परिवादी की टेक्निकल बिड की फाइल हाउसिंग बोर्ड के इलेक्ट्रिकल ब्रांच के प्रोजेक्ट इंजीनियर विजय कुमार के पास थी और उस फाइल को पास करने की एवज में प्रोजेक्ट इंजीनियर विजय कुमार द्वारा 1 लाख रुपए रिश्वत की मांग की गई. जिस पर परिवादी द्वारा इसकी शिकायत एसीबी मुख्यालय में की.
एसीबी ने शिकायत का सत्यापन करने के बाद आज ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया है. रिश्वतखोर प्रोजेक्ट इंजीनियर विजय कुमार को रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार करने के बाद एसीबी की टीम उसके आवास व अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर छानबीन में जुटी है.