जयपुर. प्रदेश के विकास के लिए राज्यपाल कलराज मिश्र ने 15 बिंदुओं का एक एजेंडा तैयार किया है. जिसके आधार पर अगले 4 साल में विकास से जुड़े कार्य राज्य और केंद्र सरकार के सहयोग से किए जाएंगे. बतौर राज्यपाल 1 साल का कार्यकाल पूर्ण होने के उपलक्ष में प्रेस से मुखातिब होते हुए यह बात कलराज मिश्र ने कही. इस दौरान प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर भी राज्यपाल ने लोगों द्वारा बरती जा रही लापरवाही को ही जिम्मेदार ठहराया और जागरूकता कार्यक्रम पर जोर दिया.
'बाल विवाह मुक्त राजस्थान'
वर्चुअल तरीके से मीडिया से मुखातिब हुए राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि 15 बिंदुओं का जो एजेंडा तय किया गया है. जिसमें राजस्थान को बाल विवाह मुक्त बनाने और जनजाति क्षेत्रों में 18 वर्ष तक की अनिवार्य शिक्षा करने के साथ ही मातृ और शिशु मृत्यु दर कम करने, अनुसूचित जाति क्षेत्र में जीवन शैली से जुड़े रोगों की रोकथाम के लिए अभियान चलाने और 'रोजगार आपके द्वार' नामक अभियान चलाकर प्रदेश में कम से कम 10 रोजगार मेलों का आयोजन करने के बिंदु इस एजेंडे में शामिल हैं.
'राज्य और केंद्र के सहयोग से होगा काम'
वहीं विश्वविद्यालय में संविधान पार्क और स्तंभ बनाया जाना है. राजस्थान के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में तकनीकी रोजगार से जुड़ी गतिविधियों को जोड़ देना और विश्वविद्यालयों का एकीकरण के साथ ही भूतपूर्व छात्रों को राज्यपाल राहत कोष में मदद करने के लिए जागरूक करने सहित कई बिंदु इस एजेंडे में शामिल हैं. राज्यपाल के अनुसार इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी उनकी चर्चा हुई है, ताकि राज्य और केंद्र के सहयोग से इस एजेंडा पर काम हो सके.
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गाइडलाइन की लापरवाही से बड़ा कोरोना संक्रमण- राज्यपाल
पत्रकारों से बातचीत के दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र ने प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के लिए आमजन की लापरवाही को जिम्मेदार बताया. राज्यपाल ने कहा शुरुआत में राजस्थान में कोरोना की रोकथाम के लिए बहुत अच्छा काम हो रहा था. केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकार ने भी गाइडलाइन बनाई, लेकिन अब लोग उसकी लापरवाही कर रहे हैं. जिसके चलते इसका संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. राज्यपाल ने कहा इस दिशा में प्रदेश सरकार जागरूकता कार्यक्रम भी चला रही है, लेकिन इस दिशा में और अधिक काम करने की जरूरत है.