जयपुर. प्रदेश में रीट (REET) परीक्षा को लेकर राज्य सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है. सरकार ने परीक्षा के दौरान रेस्मा (Rajasthan Essential Services Maintenance Act) लागू कर दिया है. अब परीक्षा से जुड़े संस्थान और कर्मचारी हड़ताल पर नही जा सकेंगे. यह रोक 20 से 30 सितंबर तक लागू रहेगी. गृह विभाग ने मुख्यमंत्री की सहमति के बाद इसे 20 सितंबर से लागू कर दिया गया है. फिलहाल इंटरनेट बंदी पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है.
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड इतिहास में पहली बार अब तक की सबसे बड़ी परीक्षा आयोजित करवाने जा रहा है. 26 सितंबर को राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा दो पारियों में होगी. इसमें 25 लाख 71 हजार परीक्षार्थी परीक्षा देंगे. रीट 2021 के लिए 16 लाख 51 हजार से अधिक परीक्षार्थी पंजीकृत हैं. इन परीक्षार्थियों में 2 लाख परीक्षार्थी राजस्थान के निकट राज्यों से हैं.
परीक्षा के लिए 4 हजार 153 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. रीट परीक्षा में पहली बार परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में परेशानी न हो इसके लिए परीक्षा से 1 दिन पहले ही बोर्ड की ओर से प्रत्येक परीक्षार्थी को उसके मोबाइल पर मैसेज भेजा जाएगा, जिसमें परीक्षा केंद्र की लोकेशन के बारे में बताया जाएगा.
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इतने बड़े स्तर पर होने वाली इस परीक्षा में किसी तरह का व्यवधान पैदा न हो इसके लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के निर्देश के बाद गृह विभाग ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मंजूरी लेते हुए रीट परीक्षा से जुड़े हुए कर्मचारियों पर रेस्मा लागू की है. जिसके बाद 20 से 30 सितंबर तक किसी तरह की कोई हड़ताल और धरना प्रदर्शन कर्मचारी नहीं कर सकेंगे.
सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को रीट परीक्षा को सफल बनाने की जिम्मेदारी दी गई है. इस दौरान कर्मचारी और अधिकारी बिना किसी बेहद जरूरी काम के छुट्टी भी नहीं ले सकते हैं.