जयपुर. राजस्थान दो आईएएस और (Rajasthan got two IAS) मिल गए हैं. अन्य सेवाओं (प्रशासनिक सेवा के अलावा दूसरे विभाग) से ओपी बेरवा और महेंद्र खडगावत (OP Berwa and Mahendra Khadgawat became IAS ) आईएएस बने हैं. हाल में यूपीएससी (UPSC) चयन समिति की बैठक दिल्ली में हुई थी. इस बैठक के दौरान 10 नामों पर चर्चा हुई थी, इसमें से दो नाम चयन किए गए थे.
अन्य सेवाओं (प्रशासनिक सेवा के अलावा दूसरे विभाग) से आईएएस चयन को लेकर कार्मिक विभाग ने 10 नाम यूपीएससी (केंद्रीय लोक सेवा आयोग) को भेजे थे. कार्मिक विभाग ने अकुल भार्गव, अनिल अंबेश, भूपेश कुमार , बिजेंद्र सिंह, धर्मेंद्र कुमार, केशर सिंह , डॉ महेंद्र खडगावत, ओपी बैरवा, राशिद खान और शिप्रा विक्रम के नाम यूपीएसएसी (केंद्रीय लोक सेवा आयोग) को भेजे थे. कार्मिक विभाग की ओर से भेजे गए नामों पर यूपीएससी की चयन समिति की बैठक में चर्चा की गई. बैठक में सांख्यकी विभाग के डायरेक्टर ओपी बेरवा और अभिलेखा विभाग के डायरेक्टर महेंद्र खडगावत का नाम आईएएस के लिए चयन किया गया. इसके बाद बुधवार को आईएएस बनने वाले दोनों अधिकारियों के नामों की घोषणा की गई.
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महेंद्र खडगावत का पहले भी था नामः अभिलेखा विभाग के डायरेक्टर महेंद्र खडगावत का पिछली बार भी अन्य सेवा से आईएएस बनने के लिए कार्मिक विभाग ने नाम भेजा था. हालांकि उस वक्त उनका डीओपीटी से चयन नही हुआ था.
पिछली बार हुआ था विरोधः बता दें कि अन्य सेवा से आईएएस चयन को लेकर विरोध होता रहा है .आरएएस (राजस्थान प्रशासनिक सेवा) एसोसिएशन ने इसको लेकर पहले भी सरकार के सामने अपनी नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने कहा था कि अन्य सेवाओं से हमेशा आईएएस बनाए जाने का कोई अधिकार नहीं है. नियमों में सरकार को यह अधिकार दिया गया है कि विशेष परिस्थिति में योग्यता के आधार पर किसी अन्य सेवा के अधिकारी को भी आईएएस बना सकती है. लेकिन आरएएस अधिकारीयों की उपलब्धता के बावजूद अन्य सेवा के अधिकारियों को आईएएस बना दिया जाता है. हालांकि इस बार आरएएस (राजस्थान प्रशासनिक सेवा) एसोसिएशन ने इसको लेकर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.