जयपुर. राजस्थान में एक माह के भीतर राज्य के दो सबसे पुराने नौकरशाह अपने पदों से मुक्त हो जाएंगे. 30 सितंबर यानी बुधवार को पूर्व मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री सलाहकार डीबी गुप्ता और अक्टूबर के अंत में पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र यादव प्रशासनिक, पुलिस सेवा का हिस्सा नहीं रहेंगे. लेकिन यह माना जा रहा है कि इन दोनों अफसरों को सरकार बड़ी जिम्मेदारी दी सकती है.
इसमें पूर्व मुख्य सचिव बीबी गुप्ता को मुख्य सूचना आयुक्त तो भूपेंद्र सिंह यादव को राजस्थान लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है. मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्त के रिक्त पदों पर राज्य सरकार ने पिछले दिनों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की है. विशेष सूत्रों की मानें तो जब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं होती तब तक गुप्ता को सेवानिवृत्ति के बाद भी सरकार मुख्यमंत्री के सलाहकार के पद पर बनाए रख सकती है.
वहीं, 14 अक्टूबर को वर्तमान राजस्थान लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष दीपक उप्रेती रिटायर्ड हो रहे हैं. उनके स्थान पर वर्तमान पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह यादव को यह जिम्मेदारी दी जा सकती हैं. भूपेंद्र सिंह यादव ने सेवानिवृत्ति से पहले ही वीआरएस के लिए आवेदन किया हुआ है. ऐसे में यह कयास में लगाए जा रहे हैं कि दीपक उप्रेती के कार्यकाल पूरा होने के साथ ही भूपेंद्र सिंह यादव का वीआरएस पत्र स्वीकार करते हुए उन्हें यह नई जिम्मेदारी दी जा सकती है. पूर्व मुख्य सचिव और वर्तमान मुख्यमंत्री सलाहकार डीबी गुप्ता के साथ अतिरिक्त मुख्य सचिव मधुकर गुप्ता और महानिदेशक एसीबी आलोक त्रिपाठी भी आज सेवानिवृत्त हो जाएंगे.
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क्या है डीबी गुप्ता की खास बात...
पूर्व मुख्य सचिव डीबी गुप्ता अपने शांत स्वभाव के लिए अलग पहचान रखते हैं. उनके बारे में यह भी चर्चा है कि उनके पास कोई भी आम और खास बतौर मुख्य सचिव रहते हुए भी आसानी से मिल सकता था. वो मानते थे कि सरकार ने उन्हें जो जिम्मेदारी दी उनके लिए कोई आम और कोई खास नहीं है. उनका मानना है कि समस्या का आखिरी पड़ाव अधिकारी की टेबल होनी चाहिए, काम को लेकर जुनून और ईमानदारी की बूते ही वह कमोबेश राजस्थान के पहले ऐसे मुख्य सचिव थे जिन्होंने कांग्रेस और बीजेपी दोनों सरकारों में मुख्य सचिव पद की जिम्मेदारी संभाली पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार मुख्य सचिव बने डीबी गुप्ता को और वर्तमान गहलोत सरकार ने भी डेढ़ साल से अधिक मुख्य सचिव के रूप में रखा. जबकि परंपरा यह रहा है कि सरकार बदलने के साथ अधिकारी भी बदल जाते हैं.
मुख्य सचिव के पद से हटाया था...
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राज्य सरकार में और वर्तमान की गहलोत सरकार में डेढ़ साल से अधिक मुख्य सचिव का पद संभाल रहे डीबी गुप्ता को जुलाई माह में अचानक ही मुख्य सचिव पद से हटाते हुए उनकी जगह गृह विभाग का जिम्मा संभाल रहे राजीव स्वरूप को नई जिम्मेदारी दी गई थी.
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हालांकि, दो दिन एपीओ रहने के बाद डीबी गुप्ता को मुख्यमंत्री का सलाहकार नियुक्त किया गया था. डीबी गुप्ता को अचानक सीएस के पद से हटाए जाने के बाद ब्यूरोक्रेसी में चर्चाओं का बाजार काफी गर्म रहा. अभी भी इस बात के अंदर खाने चर्चा होती है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि कोरोना संक्रमण के बीच में अचानक ही मुख्य सचिव को बदला गया.