जयपुर. राजस्थान वानिकी एवं वन्यजीव प्रशिक्षण संस्थान जयपुर की ओर से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कई नवाचार किए जा रहे है. इस आधुनिक और प्लास्टिक युग में किसी भवन और संस्था को इको फ्रेंडली और जीरो वेस्ट बनाना बहुत मुश्किल है. लेकिन जयपुर स्थित राजस्थान वानिकी एवं वन्यजीव प्रशिक्षण संस्थान ने यह कर दिखाया है.
राजस्थानी वानिकी एवं वन्यजीव प्रशिक्षण संस्थान के भवन को इको फ्रेंडली बनाने एक लिए विशेष तरह से निर्माण किया गया है. साथ ही परिसर को जीरो वेस्ट बना बनाया गया है. संस्था से बीते 9 महीनो से किसी भी तरह का कचरा बाहर नहीं निकाला गया. इसके लिए राजस्थान वानिकी एवं वन्यजीव प्रशिक्षण संस्थान निदेशक की ओर से अभियान शुरू किया गया. जिसमें कर्मचारियों और अधिकारियों को जीरो वेस्ट के लिए ट्रेनिंग दी गयी. जिसके तहत संस्था में जो कचरा हो रहा है उसे परिशोधन के लिए भेजा जाता है. साथ ही कचरे की खाद बनाकर उसे काम में लिया जा रहा है.
लॉकडाउन के दौरान भी आमजन को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ने के लिए ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस मौके पर क्विज का भी आयोजन हुआ. क्विज में पर्यावरण संरक्षण सहित कई मुद्दों पर सवाल किए गए. क्विज में अव्वल आने वाले प्रतिभागियों का संस्थान की ओर से सम्मान भी किया गया है.
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राजस्थान वानिकी एवं वन्यजीव प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक और पीसीसीएफ एनसी जैन ने बताया कि, राजस्थान वानिकी एवं वन्य जीव प्रशिक्षण संस्थान की ओर से पौधरोपण, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कई नवाचार किए है. इसी कड़ी में लोगों को भी इस अभियान के जोड़ने के लिए ऑनलाइन कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है. कार्यक्रम में लोगों को फल और फूलदार पेड़ पौधों को लगाने के साथ ही उनके संरक्षण के बारे में जानकारी दी गई है.
निदेशक जैन ने बताया कि, पिछले साल भर में संस्थान की ओर से कई ऐसे ही विशिष्ट कार्य किए गए है. जिसमें कुछ व्यापक स्तर के अभियान भी शामिल है. जैसे इको फ्रेंडली भवन निर्माण, जीरो वेस्ट परिसर, बीजों से हरियाली अभियान, व्यापक स्तर का पौधारोपण एवं पर्यावरण जागृति कार्यक्रम जिनके बड़े उत्साहवर्धक परिणाम रहे हैं.