ETV Bharat / city

राजस्थान में शुरू होगा ब्रिज कोर्स, कोरोना काल में हुए लर्निंग लॉस कम करने का लक्ष्य - Rajasthan education department

राजस्थान शिक्षा विभाग (Rajasthan education department) ब्रिज कोर्स के जरिए करीब 50 लाख बच्चों का लर्निंग गैप कम (Bridge Course in Rajasthan) करेगी. नए सत्र में कक्षा एक से आठवीं तक के लिए ब्रिज कोर्स शुरू किया जाएगा.

Rajasthan education department
Rajasthan education department
author img

By

Published : Jun 25, 2022, 8:53 AM IST

जयपुर. राजस्थान शिक्षा विभाग (Rajasthan education department) ने कोरोना महामारी में हुए छात्रों के नुकसान की भरपाई के लिए पहली से आठवीं तक ब्रिज कोर्स तैयार (Bridge Course in Rajasthan) किया है. इसके जरिए करीब 50 लाख बच्चों का लर्निंग गैप कम किया जाएगा. बजट घोषणा की पालना में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने जुलाई से बच्चों को ब्रिज कोर्स पढ़ाने के निर्देश दिए हैं. इससे बच्चों का लर्निंग गैप दूर होगा.

राज्य में नए सत्र में कक्षा एक से आठवीं तक के लिए ब्रिज कोर्स शुरू (Bridge Course in Rajasthan) किया जाएगा. स्कूलों में चार कालांशों (Period) में ब्रिज कोर्स से पढ़ाई कराई जाएगी. तीन महीने बाद फिर सालभर तक दो कालांशों में ये कोर्स चलेगा. खास बात है कि कक्षाओं में लर्निंग लेवल के हिसाब से बच्चों के ग्रुप बनेंगे. राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (आरएससीईआरटी) ने इसे लेकर वर्कबुक तैयार कराई है. इनमें दो पुरानी कक्षाओं की पाठ्यसामग्री शामिल की है. ब्रिज कोर्स में हिंदी, अंग्रेजी और गणित विषय पढ़ाया जाएगा. इसके तहत बच्चों की भाषायी और गणितीय दक्षता में सुधार लाया जाएगा.

पढ़ें- Lab Assistant Recruitment Exam: लैब असिस्टेंट भर्ती परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी, 28 से 30 जून तक होगी परीक्षा

बता दें कि ब्रिज कोर्स कम समय में पूरा होने वाला कोर्स है, इसे फास्ट लर्निंग कोर्स भी कहते हैं. कोरोना महामारी के कारण दो साल तक स्कूल बंद रहे. इससे बच्चों की पढ़ाई का बड़ा नुकसान हुआ. पांचवीं में पढ़ने वाले छात्र का पढ़ाई का स्तर तीसरी कक्षा के बराबर है. अधिकांश बच्चों की भाषीय और गणितीय दक्षता कम हो गई है. राजस्थान सरकार इसी की भरपाई की कोशिश में जुटी है.

जयपुर. राजस्थान शिक्षा विभाग (Rajasthan education department) ने कोरोना महामारी में हुए छात्रों के नुकसान की भरपाई के लिए पहली से आठवीं तक ब्रिज कोर्स तैयार (Bridge Course in Rajasthan) किया है. इसके जरिए करीब 50 लाख बच्चों का लर्निंग गैप कम किया जाएगा. बजट घोषणा की पालना में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने जुलाई से बच्चों को ब्रिज कोर्स पढ़ाने के निर्देश दिए हैं. इससे बच्चों का लर्निंग गैप दूर होगा.

राज्य में नए सत्र में कक्षा एक से आठवीं तक के लिए ब्रिज कोर्स शुरू (Bridge Course in Rajasthan) किया जाएगा. स्कूलों में चार कालांशों (Period) में ब्रिज कोर्स से पढ़ाई कराई जाएगी. तीन महीने बाद फिर सालभर तक दो कालांशों में ये कोर्स चलेगा. खास बात है कि कक्षाओं में लर्निंग लेवल के हिसाब से बच्चों के ग्रुप बनेंगे. राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (आरएससीईआरटी) ने इसे लेकर वर्कबुक तैयार कराई है. इनमें दो पुरानी कक्षाओं की पाठ्यसामग्री शामिल की है. ब्रिज कोर्स में हिंदी, अंग्रेजी और गणित विषय पढ़ाया जाएगा. इसके तहत बच्चों की भाषायी और गणितीय दक्षता में सुधार लाया जाएगा.

पढ़ें- Lab Assistant Recruitment Exam: लैब असिस्टेंट भर्ती परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी, 28 से 30 जून तक होगी परीक्षा

बता दें कि ब्रिज कोर्स कम समय में पूरा होने वाला कोर्स है, इसे फास्ट लर्निंग कोर्स भी कहते हैं. कोरोना महामारी के कारण दो साल तक स्कूल बंद रहे. इससे बच्चों की पढ़ाई का बड़ा नुकसान हुआ. पांचवीं में पढ़ने वाले छात्र का पढ़ाई का स्तर तीसरी कक्षा के बराबर है. अधिकांश बच्चों की भाषीय और गणितीय दक्षता कम हो गई है. राजस्थान सरकार इसी की भरपाई की कोशिश में जुटी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.