जयपुर. प्रदेश में ब्यूरोक्रेट्स और जनप्रतिनिधियों की आपसी खींचतान खत्म नहीं हो रही है. आरटीडीसी चेयरमैन और पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ का विवाद भी अब खुल कर सामने आने लगा है. इसका उदाहरण देखने को मिला (Rajasthan Domestic Travel Mart 2022) राजस्थान डोमेस्ट्रिक ट्रेवल मार्ट 2022 में. राज्य सरकार ने प्रदेश पर्यटन को जन-जन तक पहुंचाने और रोजगार की धुरी बनाने के लिए कार्यक्रम रखा लेकिन इसमें न मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहुंचे और न ही आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेन्द्र सिंह राठौड़ शामिल हुए.
राजनीति में सारा खेल नाम का ही है. नाम नहीं आने पर लाखों के कार्यक्रम भी ऐसे ही व्यर्थ हो जाते हैं. शनिवार को जयपुर में पर्यटन विभाग ने जिस कार्यक्रम में 75 लाख रुपये खर्च किए, वह भी ऐसे ही गुमनामी की भेंट चढ़ गया. कार्यक्रम में न मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहुंचे और ना ही आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ जबकि दोनों का नाम आमंत्रण पत्र में छपा हुआ था.
आरटीडीसी चेयरमैन का नाम ही नहीं
दरअसल, होटल क्लार्क्स आमेर में राजस्थान डोमेस्टिक ट्रेवल मार्ट का आयोजन किया गया, लेकिन पहले उसमें आमंत्रित मेहमानों की सूची में आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ का नाम ही नहीं था, जबकि आरटीडीसी पर्यटन विभाग का ही हिस्सा है. राठौड़ ने इसकी शिकायत सीएमओ से की तो शुक्रवार को उन सभी बड़े नेताओं ने भी कार्यक्रम का अघोषित बायकॉट कर दिया, जिनके नाम आमंत्रण पत्र में थे. इसमें सीएम अशोक गहलोत, पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह, पर्यटन राज्यमंत्री मुरारी लाल मीणा और कला एवं संस्कृति राज्यमंत्री जाहिदा खान शामिल थीं. सिर्फ कला एवं संस्कृति के कैबिनेट मंत्री बीडी कल्ला पहुंचे.
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कल्ला ने संभाला मोर्चा
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीएम अशोक गहलोत, आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेन्द्र राठौड़ सहित तीन मंत्रियों ने कार्यक्रम से दूरी बनाई तो कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने मोर्चा कार्यक्रम संभाला. राजस्थान डोमेस्टिक ट्रैवल मार्ट (आरडीटीएम) 2022 के दूसरे संस्करण के उद्घाटन सत्र में बीडी कल्ला मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए जिसमें पहले सीएम गहलोत को जाना था . आरडीटीएम का आयोजन फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म इन राजस्थान (एफएचटीआर) और राजस्थान पर्यटन की ओर से संयुक्त रूप से किया जा रहा है. इस दौरान कल्ला ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश पर्यटन को जन-जन तक पहुंचाने और रोजगार की धुरी बनाने के लिए संकल्पबद्ध है.
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राजस्थान अपनी समृद्ध संस्कृति, ऐतिहासिक विरासत, किले, महलों, कला और संस्कृति, वन्य जीवन, मेलों और त्योहारों, एडवेंचर, शादी, फिल्म शूट स्थलों के लिए देश-दुनिया में जाना जाता है . कल्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार पर्यटन को बढ़ावा देना राज्य सरकार की उच्च प्राथमिकता है और इसीलिए पर्यटन क्षेत्र के अनुकूल बजट घोषित किया गया था. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की पर्यटन संबंधी दूरदर्शी नीतियां, नवाचार प्रदेश को एक पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने में लाभदायी होंगी. इस अवसर पर राजस्थान फिल्म टूरिज्म प्रमोशन पॉलिसी 2022 का विमोचन किया गया. यूनेस्को के साथ इन्टैन्जबिल कल्चरल हेरिटेज के लिए किए गए एमओयू से सम्बंधित बुकलेट जारी की गई.
एक करोड़ का बजट
मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी में कठिन दौर से गुजरने के बाद अब पर्यटन व्यवसाय फिर से खड़ा हो रहा है. अप्रैल, मई और जून के महीनों में भी इस साल देश के विभिन्न हिस्सों में घरेलू पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में ऐतिहासिक बजट पेश किया गया है, जिसमें इंफ्रास्टक्टर के विकास और प्रचार से सम्बंधित गतिविधियों के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता के साथ पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र को लाभान्वित करने के लिए कई प्रावधान किये गये हैं. उन्होंने कहा कि इतिहास में पहली बार पर्यटन विकास कोष में 1000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है. इसमें से 600 करोड़ रुपये इंफ्रास्टक्टर डेवलपमेंट और 400 करोड़ रुपये मार्केटिंग और ब्रांडिंग के लिए खर्च किये जाएंगे.