जयपुर. राजस्थान में संक्रमण का आंकड़ा 1000 से ऊपर पहुंच चुका है. मंगलवार को प्रदेश से 1137 केस सामने आए. जिस में सर्वाधिक मामले जयपुर से देखने को मिले. वहीं एक कोरोना मरीज की मौत हो गई.
राजस्थान में संक्रमण का आंकड़ा 1000 से ऊपर पहुंच चुका है. मंगलवार को प्रदेश से 1137 केस सामने आए. जिस में सर्वाधिक मामले जयपुर से देखने को मिले. जयपुर के अलावा अजमेर से 43, अलवर से 39, बाड़मेर से 2, भरतपुर से 20, भीलवाड़ा से 21, बीकानेर से 12, चित्तौड़गढ़ से 7, दौसा से 1, धौलपुर से 1, गंगानगर से 7 केस दर्ज किए गए हैं.
वहीं जोधपुर से 185, कोटा से 31, प्रतापगढ़ से 8, सीकर से 2, सिरोही से 2, टोंक से 2, उदयपुर से संक्रमण के 9 नए मामले देखने को मिले हैं. जयपुर में संक्रमण से एक मरीज की मौत भी हुई है. इसके अलावा प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 3182 पहुंच चुकी (active case in Rajasthan) है. इसमें सर्वाधिक 2135 एक्टिव केस जयपुर में मौजूद हैं.
जयपुर में कोरोना विस्फोट
राजधानी में हर दिन कोविड-19 संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. मंगलवार को जयपुर से कोविड-19 संक्रमण के 745 नए केस दर्ज किए गए हैं. हर दिन जयपुर से दोगुने मामले सामने आ रहे (Corona case in Jaipur) हैं.
चिकित्सा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जयपुर में सर्वाधिक मामले वैशाली नगर से देखने को मिले हैं. राजधानी की बात करें तो वैशाली नगर से 42, शास्त्री नगर से 36, सोडाला से 39, विद्याधर नगर से 28, आदर्श नगर से 31, बनीपार्क से 27, सी स्कीम से 24, झोटवाड़ा से 25, मालवीय नगर से 24, जगतपुरा से 18, जवाहरनगर से 18, जेएलएन मार्ग से 15, मानसरोवर से 20, प्रतापनगर से 13, सांगानेर से 19, तिलक नगर से 23 सर्वाधिक केस दर्ज किए गए हैं. बीते 4 दिन की बात की जाए तो अकेले जयपुर में संक्रमण के 1575 नए मामले संक्रमण के देखने को मिले हैं.
जयपुर में वैक्सीनेशन में तेजी
टीकाकरण (Vaccination in Jaipur) की बात की जाए तो मंगलवार शाम 4 बजे तक 15 से 18 वर्ष की आयु के 3.68 लाख बच्चों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. बीते 2 दिन की बात करें तो तकरीबन 7.36 लाख बच्चों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. चिकित्सा विभाग की ओर से तकरीबन 50 लाख से अधिक बच्चों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है. बीते 2 दिन में लगभग 15 फीसदी बच्चों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है.
जोधपुर जिले में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते (corona blast in jodhpur) जा रहे हैं. मंगलवार को लंबे अंतराल के बाद कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ. जोधपुर जिले में आज कोरोना के 185 नए रोगी चिन्हित हुए. चिंताजनक बात यह है कि बिलाड़ा के तिलवासनी स्थित नवोदय विद्यालय के 19 छात्र भी कोरोना पॉजिटिव (jodhpur navodaya school corona case) पाए गए हैं.
रिपोर्ट आने के बाद से स्वास्थ विभाग की टीम ने लगातार क्षेत्र में नजर बनाए हुए है. छात्रों के स्वास्थ्य पर भी नजर रखी जा रही है. जिला कलेक्टर ने विभाग को इसको लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरतने की बात कही है. इसके अलावा जोधपुर शहर के अलग-अलग इलाकों में बड़ी संख्या में नए रोगी चिन्हित किए गए हैं. बच्चों में कोरोना संक्रमण (children corona positive in jodhpur) के मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ा दी हैं.
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बीकानेर में पैर पसार रहा कोरोना
बीकानेर में मंगलवार को कोरोना के 36 केस दर्ज किए गए हैं. नए साल में 4 दिन में कुल 47 लोगों की संक्रमित केस मिले हैं. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि दिसंबर माह में बीकानेर में कोरोना के कुल 78 रोगी मिले थे और जनवरी में 4 दिनों में 47 नए रोगी रिपोर्ट होना चिकित्सा विभाग के लिए चिंता का सबब बनता जा रहा है.
अलवर में 39 केस, एक ही परिवार के 5 संक्रमित
अलवर में मंगलवार को 39 केस सामने आए. अलवर शहर का काला कुआं एक बार फिर से कोरोना का हॉटस्पॉट बन रहा है. मंगलवार को एक ही परिवार के 5 लोग पॉजिटिव आए हैं. अलवर शहर में 20, बहरोड़ में 2, लक्ष्मणगढ़ में चार, मालाखेड़ा में चार, रामगढ़ में चार तिजारा में दो, खेड़ली, रेणी और शाहजहांपुर में एक-एक पॉजिटिव मरीज सामने आया. अलवर के काला कुआं कॉलोनी में एक ही परिवार के 5 लोग पॉजिटिव आए हैं. अलवर का काला कुआं एक बार फिर से हॉटस्पॉट बन रहा है. पहले भी कोरोना की दोनों लहर के द्वारा कालाकुआ हॉटस्पॉट रहा. सबसे ज्यादा मामले काला कुंआ में सामने आए थे.
भीलवाड़ा में मुंबई, दिल्ली इंदौर से लौटे मिले संक्रमित, कांस्टेबल भी पॉजिटिव
भीलवाड़ा आरआरटी टीम प्रभारी डॉ. घनश्याम चावला ने कहा कि लोगों की लापरवाही के चलते कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है . ये ही वजह है कि आज एक साथ 21 नये कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. 4 संक्रमित व्यक्ति कमला शहर के हाइट चंद्रशेखर आजाद नगर के रहने वाले हैं. इसी तरह 4 केस मिर्ची मंडी से दर्ज किए गए हैं, जो एक ही परिवार के सदस्य हैं. 2 संक्रमित कमला एनक्लेव से हैं, जो हाल ही में कुछ दिन पहले इंदौर से आए थे. 5 संक्रमित शास्त्रीनगर से सामने आये हैं. इनमें 3 एक ही परिवार के लोग हैं. जबकि 2 दिल्ली से लौटकर आये थे. बापूनगर से भी 2 संक्रमित मिले हैं. 1-1 केस आरसी व्यास कॉलोनी और राजेंद्र मार्ग से है, ये व्यक्ति मुंबई से आये थे. इसके अलावा गंगापुर पुलिस थाने से 1 कांस्टेबल भी पॉजिटिव आया है. शहर की ही वसंत विहार कॉलोनी में भी 1 पॉजिटिव मिला है.
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कोटा कोचिंग बंद नहीं करने की उठी मांग, सौंपा ज्ञापन
देशभर में कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमीक्रोन दस्तक दे रहा है. जयपुर और जोधपुर में आठवीं तक के विद्यालय बंद कर दिए गए हैं. कई शिक्षण संस्थाओं पर बंद करने को लेकर निर्णय सरकार करने जा रही है. इसी बीच कोटा के कोचिंग संस्थानों को बंद नहीं करने की मांग कोटा से उठी है. हॉस्टल एसोसिएशन ने यह मांग उठाई है. उनका कहना है कि कोविड-19 की दूसरी लहर के बाद पूरी तरह से संचालित हो रहे हैं. करीब 1 लाख बच्चे देश भर से यहां पर पढ़ने भी आ चुके हैं, लेकिन अब अचानक से कोचिंग संस्थान बंद कर देने से कोटा के अर्थव्यवस्था को झटका लगेगा. इसके लिए यह लोग जिला कलेक्टर उज्ज्वल राठौर से मिला. इन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है. इस दौरान कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल, महासचिव पंकज जैन व कोरल पार्क हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल सहित अन्य लोग शामिल थे.
कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल का कहना है कि 18 महीने कोविड-19 के चलते कोचिंग बंद रहे हैं. जिसका खामियाजा कोटा के कोचिंग एरिया में थड़ी व्यापारी से हॉस्टल मालिक को भी उठाना पड़ा है. शैक्षणिक गतिविधियां बंद होने से यहां बच्चे नहीं थे और आर्थिक व्यवस्था पूरी तरह से डगमगा गई थी. अब थोड़ा सा संबल इनको मिला है, लेकिन लंबे समय बाद कोटा की अर्थव्यवस्था पटरी पर आई है. अब अगर अचानक से वापस कोचिंग संस्थान बंद कर दिए जाते हैं, तो यह विकास फिर अवरुद्ध हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दोनों डोज ले चुके बच्चे ही कोचिंग संस्थानों में पढ़ रहे हैं. साथ में हॉस्टल में रह रहे हैं. वहीं कोटा में 15 से 18 वर्ष की आयु के ही बच्चे ज्यादातर हैं. ऐसे में उनके लिए वैक्सीन लग रही है. हॉस्टल और कोचिंग में भी सभी कर्मचारियों के वैक्सीन पूरी तरह से लग चुकी है. ऐसे में बच्चों में संक्रमण फैलने का खतरा कम है. साथ ही हॉस्टल एसोसिएशन का कहना है कि सरकार कड़ी से कड़ी गाइडलाइन भी बनाएगी. जिसके पालना भी हॉस्टल एसोसिएशन करवा देगा.