जयपुर. राजस्थान कांग्रेस का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर मंगलवार को राहुल गांधी के संबोधन के साथ संपन्न हुआ. शिविर के बाद मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने जिस रूप में हिंदू और हिंदुत्ववाद का विश्लेषण (CM ashok Gehlot on Hindu and Hindutva) किया और देश में किस प्रकार से धर्म को आधार बनाकर राजनीति हो रही है, यह सबके सामने रखा है.
गहलोत ने कहा कि भाजपा के लोगों के लिए (Ashok Gehlot Alleged BJP) धर्म सत्ता प्राप्ति का साधन है, इसीलिए वह इसका दुरुपयोग करते हैं. जबकि हमारे लिए धर्म सत्य का रास्ता है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जयपुर में राहुल गांधी ने जो हिंदू और हिंदुत्व की बात कही थी, उसके भाव थे कि हिंदू सदियों से सत्य, प्रेम और भाईचारा का संदेश देता है और हिंदुत्व के नाम पर जो झूठ फैला रहे हैं, उनसे पूरे मुल्क में चिंता है कि पता नहीं देश किस ओर जा रहा है और आगे किस ओर जाएगा, यह किसी को पता नहीं है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी को लेकर भले ही सत्ताधारी दल के लोग षड्यंत्र कर सोशल मीडिया पर माहौल बनाते हैं, लेकिन अब उनकी पोल खुलती जा रही है और देशवासियों की समझ में आ रही है कि किस तरीके से झूठ फैलाकर राजनीति की जा रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि धर्म व्यक्ति का खुद का होता है और यह लोग धर्म को राजनीति में मिलाकर राजनीति कर रहे हैं. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि चाहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों, अमित शाह हों या फिर योगी महाराज, यह सभी सत्ता प्राप्ति के लिए हदें पार कर रहे हैं. लेकिन अब लोग समझ गए हैं कि राहुल गांधी के लिए धर्म के मायने क्या हैं और उनके लिए धर्म के मायने क्या हैं.
जो डरकर पार्टी छोड़ते हैं वो लीडर नहीं, डरपोक हैं...
राहुल गांधी ने आज अपने संबोधन में पार्टी छोड़ने वाले नेताओं पर कमेंट (Rahul Commented on Leaders who Left Congress) करते हुए कहा कि सवाल यह उठता है कि घर से भागता कौन है ? हम गुस्सा हो सकते हैं, लेकिन भाग नहीं सकते.
प्रशिक्षण शिविर के बाद मीडिया से बात करते हुए राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने कहा कि राहुल गांधी ने आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जो संबोधन दिया, उसमें साफ संदेश दिया कि आज देश में नफरत और डर की राजनीति (PCC Chief Dotasra on Modi Government) फैलाई जा रही है. देश के स्वाभिमान के साथ समझौता किया जा रहा है. इस डर के दबाव में आकर जो लोग पार्टी छोड़ रहे हैं, वह लीडर नहीं हैं वह डरने वाले लोग हैं. कांग्रेस का सिपाही और कांग्रेस का नेता कभी नहीं डरता, न राजीव गांधी डरे, न इंदिरा गांधी डरीं और अब राहुल गांधी भी निडरता के साथ मोदी की गलत नीतियों को एक्सपोज करने का काम कर रहे हैं.