जयपुर. राजस्थान कांग्रेस की ओर से रविवार 3 जनवरी को केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ 'किसान बचाओ देश बचाओ' नारे के साथ जयपुर के शहीद स्मारक पर दोपहर 12 से 4 बजे तक धरना देने जा रही है. धरने की खास बात यह है कि कई महीनों बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक साथ किसी धरने कार्यक्रम में मौजूद होंगे. इस धरने में मंत्रिमंडल के तमाम सदस्य और कांग्रेस के विधायकों के साथ कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायक भी मौजूद रहेंगे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के चलते कई महीनों से किसी धरने प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए हैं. 3 जनवरी को होने वाले धरने में भी मुख्यमंत्री शामिल होंगे या नहीं यहा भी आखिरी समय पर तय होगा.
अशोक गहलोत की डिनर डिप्लोमेसी
दिन में कांग्रेस और कांग्रेस समर्थित तमाम विधायक धरना देते हुए नजर आएंगे तो रात में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने निवास पर कांग्रेस और समर्थित विधायकों के डिनर का कार्यक्रम रखा है. कहा जा रहा है डिनर डिप्लोमेसी के बहाने मुख्यमंत्री विधायकों के साथ बैठक भी करेंगे और भावी राजनीतिक मुद्दों के साथ ही कृषि कानूनों के खिलाफ अभियान की रणनीति पर भी चर्चा करेंगे.
कहा जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्ति नहीं होने के कारण कांग्रेस और सरकार को समर्थन दे रहे विधायकों में नाराजगी बढ़ रही है. ऐसे में विधायकों की नाराजगी को दूर करने के लिए हुए मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों को डिनर डिप्लोमेसी के तहत बुलाया है. जहां विधायकों के गिले-शिकवे भी दूर किए जाएंगे.
इससे पहले अजय माकन प्रदेश प्रभारी के तौर पर जब पहली बार जयपुर पहुंचे थे, उस समय भी मुख्यमंत्री आवास पर डिनर दिया गया था, जिसमें सचिन पायलट भी अपने समर्थक विधायकों के साथ शामिल हुए थे.