जयपुर. केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन कर रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में किसान दिल्ली पहुंचे हैं. अब किसानों को केंद्र सरकार से वार्ता का निमंत्रण भी मिल चुका है, लेकिन कांग्रेस पार्टी को केंद्र सरकार का किसानों के प्रति रवैया सही नहीं लग रहा. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि किसानों को लेकर केंद्र सरकार की मंशा गलत है, अगर मंशा ठीक होती तो यह नौबत नहीं आती.
उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार यह कानून लेकर आई है, तो उसमें एमएसपी का नियम लगाना चाहिए था और कालाबाजारी के लिए राइडर नहीं हटाया जाता. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब खुद मुख्यमंत्री रहते उन्होंने प्रधानमंत्री से एमएसपी की मांग की थी और अब वह खुद कानून लेकर आए हैं तो एमएसपी को नहीं जोड़ा. उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की किसानों को लेकर मंशा साफ नहीं है. किसानों की आय दोगुनी की बात कहने वाली भाजपा के दावे खोखले साबित हुए और अब झूठ पर झूठ बोल रहे हैं.
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डोटासरा ने कहा कि भाजपा केवल अपने पूंजीपति मित्रों को वायदे के मुताबिक फायदा देने के लिए काम कर रही हैं. अगर किसान से बात ही करनी थी तो किसान को दिल्ली क्यों जाना पड़ा, उसके साथ क्यों जोर-जबर्दस्ती हुई. क्यों उसपर लाठी चार्ज करना पड़ा. आज वार्ता के लिए बुलाए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि आज भी किसानों को ट्वीट करके बुलाया गया है. प्रधानमंत्री की तरफ से कोई ऑफिशियल बुलावा, उन्हें नहीं आया है. प्रधानमंत्री को किसानों से आगे आकर बात करनी चाहिए. डोटासरा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सात सवाल में एक सवाल का भी जवाब नहीं दिया. इससे बड़ी असफलता किसी प्रधानमंत्री की नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा कि देश का ऐसा कोई प्रधानमंत्री नहीं रहा, जो केवल ट्वीट करता है. चुनावी मूड में रहता है. झूठ पर झूठ बोलता है. चुनाव के झूठे वादे करके वोट बटोर लेता है.