भरतपुर : जिले के उच्चैन थाना क्षेत्र में दुष्कर्म पीड़िता के आत्महत्या करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. पीड़िता ने 19 जनवरी को आरोपियों के धमकाने और शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने से तंग आकर अपनी जान दे दी थी. इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार और पुलिस पर गंभीर सवाल उठाए हैं.
गहलोत ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि पीड़िता को पुलिस से सुनवाई नहीं मिलने के कारण आत्महत्या करनी पड़ी. उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपियों की गिरफ्तारी में देरी और पुलिस की निष्क्रियता के चलते पीड़िता को यह खौफनाक कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा. गहलोत ने इसे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के गृह जिले में कानून व्यवस्था की असफलता करार दिया और कहा कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं.
भरतपुर में एक दुष्कर्म पीड़िता ने पुलिस द्वारा सुनवाई नहीं किए जाने से प्रताड़ित होकर आत्महत्या कर ली। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया और वो पीड़िता को परेशान करते थे जिससे तंग आकर पीड़िता जान देने को मजबूर हो गई। मुख्यमंत्री के गृह जिले…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 20, 2025
पढे़ं. विवाहिता ने की आत्महत्या, पति का आरोप-आरोपियों ने दुष्कर्म की शिकायत वापस लेने का बनाया था दबाव
सरकार पर सवाल : पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महिलाओं के प्रति अपराधों में बढ़ोतरी चिंताजनक है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की जनसुनवाई में भी फरियादी पुलिस की उदासीनता की शिकायतें लेकर आते हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती. ऐसे तमाम वीडियो सामने आए हैं, जिनमें मुख्यमंत्री की जनसुनवाई तक में फरियादियों ने आकर पुलिस की ओर से सुनवाई न करने की शिकायतें दी हैं. ऐसा लग रहा है कि पुलिस परवाह नहीं कर रही है. इसके कारण पीड़ित ऐसे खौफनाक कदम तक उठाने को मजबूर हो रहे हैं.
पुलिस का जवाब : गहलोत के आरोपों पर भरतपुर पुलिस ने अपनी प्रतिक्रिया दी. पुलिस ने स्पष्ट किया कि पीड़िता की शिकायत पर तत्काल प्रकरण दर्ज कर त्वरित कार्रवाई की गई थी. दुष्कर्म के एक आरोपी को गिरफ्तार कर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. पुलिस ने यह भी कहा कि आत्महत्या के मामले में परिजनों की शिकायत पर गहराई से निष्पक्ष जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
ये है मामला : गौरतलब है कि 19 जनवरी को उच्चैन थाना क्षेत्र में एक दुष्कर्म पीड़ित विवाहिता ने आरोपियों के धमकाने, शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी. परिजनों का आरोप है कि आरोपी धमकी देकर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे थे, लेकिन पुलिस ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की.