जयपुर. सीएम अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. गहलोत ने एक के बाद एक कई ट्वीट किये और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बंगाल में रैलियां छोड़कर मेडिकल व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने पर ध्यान देने की बात कही साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से निशुल्क वैक्सीनेशन और ऑक्सीजन की सप्लाई उपलब्ध कराने की मांग की.
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अशोक गहलोत ने ट्वीट किया "मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से फिर अपील करता हूं कि हालात बिगड़ते जा रहे हैं. कोरोना की भयावहता को देखते हुए बंगाल में रैलियां करना छोड़कर मेडिकल व्यवस्थाओं को ठीक करने पर ध्यान दें. जितनी जल्दी हम अपनी व्यवस्थाएं ठीक कर लेंगे उतने ही अधिक लोगों की जान बचाई जा सकेंगी. केन्द्र सरकार रोगियों को दवाएं एवं ऑक्सीजन उपलब्ध करवाना एवं वैक्सीनेशन का काम जल्दी पूरा करना सुनिश्चित करे.
फ्री वैक्सीन नहीं मिलने पर युवाओं का आक्रोश बढ़ेगा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार से 18 साल से अधिक आयु वर्ग के युवाओं के लिए फ्री वैक्सीनेशन की मांग की. गहलोत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और राज्यों द्वारा लगातार मांग करने के बाद केन्द्र सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों के वैक्सीनेशन का फैसला किया है जिसका हम स्वागत करते हैं. केन्द्र सरकार को 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं को भी फ्री वैक्सीन लगाने की घोषणा करनी चाहिए. फ्री वैक्सीन ना मिलने पर युवाओं का केन्द्र सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ेगा.
वैक्सीनेशन के लिए एक नीति अपनानी चाहिए
गहलोत ने आगे कहा कि राज्यों में सभी आयुवर्ग के लोगों को एक ही मशीनरी (मेडिकल स्टाफ) वैक्सीन लगाएगी. यह उचित नहीं होगा कि युवाओं से पैसे लिए जाएं और बाकी को निशुल्क वैक्सीन लगाई जाए. केन्द्र सरकार को 60 वर्ष, 45 वर्ष एवं अब 18 वर्ष अधिक आयुवर्ग के वैक्सीनेशन के लिए एक ही नीति अपनानी चाहिए. गहलोत ने कहा कि यह घातक कोरोना वायरस अब तेजी से फैल रहा है एवं संक्रमितों की मृत्यु दर भी अधिक है. ऐसे में केन्द्र सरकार को वैक्सीन की कीमत का भार युवाओं पर ना डालकर तेजी से निशुल्क वैक्सीनेशन करना चाहिए.
गहलोत ने कहा कि कोविड के इस संकट में राज्यों पर अतिरिक्त भार पड़ने से आमजन को परेशानियां आएंगी एवं राज्यों में विकास कार्य भी प्रभावित होंगे. प्राइवेट सेक्टर को वैक्सीन लगाने की अनुमति देना स्वागत योग्य कदम है. इससे सक्षम लोग वैक्सीन खरीद कर लगवा सकेंगे एवं सरकार पर भार भी कम होगा.