नई दिल्ली/जयपुर. देश की राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में 14 दिसम्बर को कांग्रेस ने भारत बचाओ रैली बुलाई. इस दौरान अपने भाषण में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. अशोक गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या हो रही है. देश में भय, हिंसा और गुंडागर्दी का माहौल है.
गहलोत ने राष्ट्रवाद को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमला बोला. वहीं बीजेपी को आरएसएस के इशारे पर काम करने वाली पार्टी बताया. अपने भाषण में गहलोत ने कहा कि भारत बचाओ रैली, 40 साल पहले इसी मैदान में इसी नाम से रैली हुई थी. हम लोग आए थे उस वक्त मैं एनएसयूआई में था. यही माहौल यही जनसैलाब देखने को मिल रहा था, जो आज मैं यहां देख रहा हूं.
उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है, पूरा देश चिंतित है, भय का माहौल है, गुंडागर्दी का माहौल है, हिंसा का माहौल है, अविश्वास का माहौल है. जैसा डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा था, सामाजिक ताना-बाना नष्ट हो गया है, इसलिए जीडीपी गिर रही है.
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आप सोच सकते हो एक तरफ, चुनाव हारना अलग बात है, राहुल गांधी ने जो कैंपेन किया था, मुद्दा आधारित कैंपेन किया था, किसानों के मुद्दे थे, नौजवानों के रोजगार के मुद्दे थे, नौकरियां लग नहीं रही हैं, नौकरियां जा रही हैं, मजदूर बर्बाद हो रहा है, काम-धंधे ठप्प हो रहे हैं, राफेल का मुद्दा था, 126 प्लेन की मांग थी देश को, 36 पे क्यों लाया गया. हवाई जहाज सोलह सौ करोड़ रुपए में क्यों खरीदा जा रहा है. आज भी वो मुद्दे जीवित हैं देश के अंदर.
गहलोत ने कहा चुनाव में हार-जीत कैसे हुई है, सबको मालूम है. जिस प्रकार से राष्ट्रवाद की बात की गई, क्या हम लोग यहां बैठे हुए राष्ट्रवादी नहीं हैं. सर्टिफिकेट लेना पड़ेगा बीजेपी से हम लोगों को. सोच लीजिए आप लोग... राष्ट्रवाद की बात की गई, सेना के पीछे छुपकर राजनीति की गई, इंदिरा गांधी ने तो पाकिस्तान के 2 टुकड़े कर दिए, 93 हजार सैनिकों को, पाकिस्तान के जनरल..कर्नल...मेजर को, सैनिकों के हथियार सरेंडर करवा दिए, पर कभी उसके नाम पर राजनीति नहीं की गई.
गहलोत ने आरोप लगाते हुे कहा कि मोदी सैनिकों के पीछे छिपकर राजनीति करना चाहते हैं. राष्ट्रवाद की बात करते हैं, आप सोच सकते हो, देश किस दिशा में जा रहा है. ये सबके लिए चिंता का विषय होना चाहिए. आज बीजेपी राज नहीं कर रही है इस देश में, इस देश में आरएसएस राज कर रहा है. आरएसएस के प्रचारक मोदी जी राज कर रहे हैं. आरएसएस को चाहिए कि अगर उसमें हिम्मत है, दमखम है, लड़ाई हमारी नीतियों की है, विचारधारा की है, कार्यक्रमों की है.
अशोक गहलोत ने कहा कांग्रेस की नीति महात्मा गांधी के जमाने में, पंडित नेहरू के जमाने में, सरदार पटेल के जमाने में, मौलाना आजाद के जमाने में बनी हुई है. दमखम है मुकाबला करेंगे, आरएसएस में दम है तो अपने आप को घोषित करे राजनीतिक दल, एक्सट्रा कॉन्सटिट्यूशनल अथॉरिटी के रूप में काम नहीं करे. बिना आरएसएस को पूछे हुए देश में ना मंत्री बनता है, ना मुख्यमंत्री बनता है, ना प्रधानमंत्री बन सकता है. देश किस दिशा में जा रहा है, आप सोच सकते हो.
गहलोत ने अपनी बात समाप्त करते हुए कहा केन्द्र सरकार पर यह कविता बहुत सटीक है, 'राजा बोला रात है, रानी बोली रात है, मंत्री बोला रात है, संतरी बोला रात है, ये सुबह-सुबह की बात है.'