जयपुर. राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को बजट पर बहस के दौरान (Lahoti in Rajasthan Assembly) भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने प्रदेश के बजट को नाथी का बाड़ा बताते हुए गहरोत सरकार की स्थिति नगरपालिका के समान बता डाली जो सरकार से मिलने वाले अनुदान पर ही चलती है. हालांकि, इस दौरान सदन में मौजूद जलदाय मंत्री महेश जोशी ने लाहोटी के बयान को काटते हुए कह दिया कि गहलोत सरकार का बजट 'नाथी का बाड़ा' है, क्योंकि उसमें जिसने मांगा उसे मिला है.
शुक्रवार को शून्यकाल में बजट अभिभाषण पर बहस की शुरुआत सांगानेर से आने वाले भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने की. लाहोटी ने इस दौरान बजट की खामियों को गिनाते (Rajasthan Budget 2022) हुए ये बात कही. हालांकि, इस दौरान सभापति राजेंद्र पारीक ने कहा कि नाथी के बाड़े के चलते सदन के 5 दिन गए, अब तो सदन चलने दो. वहीं, लाहोटी ने सदन में कहा कि जितना लंबा-चौड़ा बजट पेश किया गया है, उसकी तुलना में सरकार के पास घोषणाएं पूरी करने के लिए आर्थिक संसाधन नहीं है.
लाहोटी ने यह भी कहा कि राज्य सरकार को अपने कर्मचारियों के वेतन भत्ते देने तक के लिए केंद्र सरकार से लोन लेना पड़ता है. ऐसे में इतनी घोषणा कैसे पूरी होगी. लाहोटी ने कहा कि कोविड-19 भले ही देश भर के लिए महामारी हुआ हो, लेकिन इस दौरान (Ashok Lahoti Alleged Gehlot Government) यह राज्य सरकार के लिए 'ब्लेसिंग इन डिसगाइज' बन गया. क्योंकि इस दौरान केंद्र सरकार ने जो लोन दिया, उसकी छूट से ही राज्य सरकार ने अपने कर्मचारियों को वेतन दिया.
किसानों के लिए बिजली पूरी तरह मुफ्त करें, भाजपा देगी साथ : लाहोटी
वहीं, अशोक लाहोटी ने सदन में किसानों की बिजली पूरी तरह मुफ्त करने की मांग भी की. लाहोटी ने कहा कि चुनाव के समय तो कई घोषणाएं की जाती हैं, लेकिन वर्तमान में केवल दो हजार करोड़ की व्यवस्था करने पर किसानों को संपूर्ण बिजली मुफ्त दी जा सकती है.
लाहोटी ने कहा कि बजट में जो घोषणा की गई है, वह ठीक वैसी ही है जैसे एक से 10 तक गिनती गिनो और किसानों का कर्जा माफ हो जाए. भाजपा विधायक ने इस दौरान यह भी कहा कि बिजली के क्षेत्र में राजस्थान में 2.74 पैसे प्रति यूनिट तक में बिजली का उत्पादन हुआ है. लेकिन बाहर से बिजली खरीदने में 20 यूनिट तक का काम किया गया.