जयपुर. राजस्थान बसपा की कार्यकारिणी की बैठक आज राजधानी जयपुर में बुलाई गई. बैठक में प्रदेश बसपा के प्रभारी राम जी गौतम, प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा समेत बसपा के जिला अध्यक्ष और पदाधिकारी भी मौजूद रहे. इस दौरान प्रदेश के बसपा अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा कि बसपा के 6 विधायक कांग्रेस में शामिल जरूर हुए हैं, लेकिन इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में मामला विचाराधीन है. जब सुप्रीम कोर्ट में इसकी सुनवाई होगी, तो इन 6 विधयकों की सदस्यता भी समाप्त होगी. ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इन विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करना चाहिए क्योंकि इनकी सदस्यता जाएगी और सरकार अल्पमत में आ जाएगी.
यह भी पढ़ें- सऊदी अरब में 8 माह तक रखा बंधक बनाकर, जानिए भरतपुर के विश्राम की दर्द भरी दास्तां
उन्होंने बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों की ओर से कांग्रेस के पायलट कैंप के विधायकों को गद्दार कहने पर कहा कि गद्दार तो बीएसपी से कांग्रेस में गए 6 विधायक खुद है, जिन्होंने बहुजन समाज पार्टी के साथ विश्वासघात और दगा किया. वहीं प्रदेश प्रभारी राम जी गौतम ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी इस बार प्रदेश में साल 2023 में विधानसभा में इतनी सीटें जीतकर आएंगी कि भागा-भागी का सिस्टम ही खत्म हो जाएगा.
बागी विधायक की सदस्यता रद्द होने की उम्मीद
गौरतलब है कि राजस्थान बहुजन समाज पार्टी के छह विधायक कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर चुके हैं और अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. इससे पहले साल 2013 में भी जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत थे, तो उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के 6 विधायकों को कांग्रेस में मर्ज करवा लिया था. ऐसे में बहुजन समाज पार्टी कांग्रेस से काफी नाराज है. इस मामले को बसपा सुप्रीम कोर्ट ले गई है और अब बसपा उम्मीद जता रही है कि इन सभी 6 विधायकों की सदस्यता सुप्रीम कोर्ट समाप्त करेगा. वही आज हुई बसपा कार्यकारिणी की बैठक में संगठन को प्रदेश में और मजबूत करने की बात हुई है. साथ ही प्रदेश में बढ़ रहे दलित अत्याचार के मामलों को भी उठाने की बात कार्यकारिणी की बैठक में की गई है.