जयपुर. पंचायत चुनाव में बागियों पर बीजेपी ने अनुशासन का डंडा चलाया है. भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों पर पार्टी ने कार्रवाई की है. अजमेर में भाजपा से बागी होकर जिला प्रमुख का चुनाव लड़ने वाली पूर्व विधायक और नवनिर्वाचित जिला प्रमुख सुशीला कंवर पलाड़ा और उनके पति भंवर सिंह पलाड़ा को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है.
प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से यह निष्कासन किया गया. शर्मा ने बताया कि अजमेर जिला परिषद के जिला प्रमुख पद के भाजपा प्रत्याशी महेंद्र सिंह मझेवाला के खिलाफ सुशीला कंवर पलाड़ा ने चुनाव लड़ा और उनके पति भंवर सिंह पलाड़ा ने भी उनका साथ दिया. भंवर सिंह ने पत्नी के पक्ष और भाजपा प्रत्याशी महेंद्र सिंह के खिलाफ चुनाव प्रचार किया और भाजपा के जिला परिषद के निर्वाचित सदस्यों को सुशीला कंवर के पक्ष में मतदान करवाया.
शर्मा ने बताया कि जिला प्रमुख के निर्वाचन के बाद मीडिया में यह घोषणा की कि यह चुनाव मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट और रघु शर्मा के सहयोग से लड़ा और जीत प्राप्त की है. भंवर सिंह ने कांग्रेसी नेताओं का आभार भी प्रकट किया. उन्होंने भाजपा त्यागने की भी घोषणा की है. शर्मा ने कहा कि यह कार्य पार्टी का अनुशासन भंग की परिभाषा में आता है, इसलिए दोनों को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित किया जा रहा है.
आपको बता दें कि सुशीला कंवर पलाड़ा ने भाजपा से बागी होकर जिला प्रमुख का चुनाव लड़ा था. भजन लाल शर्मा ने बताया कि प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर दूसरे खेमे में जाने वाले बाड़मेर जिला परिषद के सदस्यों को भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है.