जयपुर. करौली की हिंसा (karauli Violence Case) सुनियोजित षड्यंत्र थी. राजस्थान में ऐसी घटनाओं के कारण कई जिलों से हिंदुओं का पलायन शुरू हो गया है. ये कहना है प्रदेश भाजपा नेताओं का. सोमवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में भाजपा नेताओं के 17 सदस्यीय दल ने राज्यपाल से मुलाकात की. इसके बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए प्रदेश सरकार पर जुबानी हमला बोला. भाजपा मुख्यालय में मीडिया को करौली हिंसा के वीडियो भी दिखाए गए.
प्रतिशोध और तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं गहलोत : भाजपा मुख्यालय में हुई प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि करौली की हिंसा सुनियोजित षड्यंत्र थी और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वर्तमान में प्रतिशोध और तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं. पूनिया ने कहा कि हम ने राज्यपाल से आग्रह किया है कि वह इस मामले में डीजीपी को भी तलब करें और शांति-व्यवस्था कायम रहने के प्रयास में जो कुछ हो सकता है वह करें, ताकि दोषियों को सजा मिल पाए.
13 अप्रैल को भाजयुमो अध्यक्ष तेजस्वी सूर्य जाएंगे करौली : भाजपा मुख्यालय में हुई प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने बताया कि करौली हिंसा मामले में भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्य 13 अप्रैल को करौली जाएंगे और वहां पीड़ितों से मुलाकात कर घटना की जानकारी लेंगे. सूर्य के साथ भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा और उनकी टीम से जुड़े कई पदाधिकारी भी जाएंगे. राठौड़ ने राजस्थान के अलग-अलग जिलों में धारा 144 के तहत प्रताड़ित किए जा रहे लोगों का मामला उठाया.
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घटना से पहले 195 और बाद में 7 लोगों ने किया करौली से पलायन : वहीं, राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार की घटनाएं राजस्थान में हो रही हैं, उसके बाद कई जिलों से (BJP Big Allegations) हिंदुओं का पलायन शुरू हो गया है. मीणा ने कहा कि करौली में ही हिंसा की इस घटना से पहले 195 लोगों ने पलायन कर लिया और घटना के बाद 7 लोगों ने पलायन किया है. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सरकार को पलायन करने वाले लोगों को वापस स्थापित करने के साथ ही मुआवजा देना चाहिए.
भाजपा प्रतिनिधिमंडल में ये नेता रहे शामिल : राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपने वाले बीजेपी प्रतिनिधिमंडल में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के साथ ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, वरिष्ठ नेता और सांसद ओम प्रकाश माथुर, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, सांसद किरोड़ी लाल मीणा, सुखबीर सिंह जौनपुरिया, सांसद जसकौर मीणा, मनोज राजोरिया, रंजीता कोली, विधायक रामलाल शर्मा, कन्हैया लाल चौधरी, पूर्व विधायक रामहेत यादव, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच और महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अलका मूंदड़ा समेत अन्य नेता शामिल रहे.
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यह है पूरा मामला : 2 अप्रैल को नव संवत्सर के मौके पर करौली में निकाली गई शोभा यात्रा और बाइक रैली पर एक इलाके विशेष में पथराव हुआ. जिसके बाद हिंसा भड़क गई. इसमें कई दुकानें और वाहन (Demand for Judicial Inquiry of Karauli Uproar Case) जला दिए गए और कई लोग घायल हुए.
सौम्या गुर्जर मामले में पूनिया ने कहा- न्याय की हुई जीत : वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने जयपुर नगर निगम ग्रेटर महापौर सौम्या गुर्जर के मामले में आई न्यायिक रिपोर्ट का स्वागत करते हुए कहा कि न्यायपालिका के निर्णय का हम सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा कि सौम्या गुर्जर पर लगाए गए आरोप (Satish Poonia Alleged Gehlot Government) पूरी तरीके से प्रायोजित थे और यह सब कांग्रेस के संरक्षण में हुआ. क्योंकि कांग्रेस प्रतिशोध की राजनीति का उदाहरण है.