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बड़ी खबर : मंत्रिमंडल विस्तार का फैसला गहलोत ने छोड़ा सोनिया गांधी पर, हो सकते हैं चौंकाने वाले निर्णय

राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet Expansion) को लेकर शनिवार रात सीएम आशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot), केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) और अजय माकन (Ajay Makan) के बीच ढाई घंटे तक मैराथन बैठक (Marathon meeting) हुई. बैठक में गहलोत ने मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार का फैसला सोनिया गांधी पर छोड़ दिया है.

राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार, cabinet expansion in rajasthan
कैबिनेट विस्तार पर आखरि फैसला सोनिया गांधी का
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Published : Jul 25, 2021, 7:41 AM IST

जयपुर. राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet Expansion) और सम्भावित फेरबदल को लेकर संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) और राजस्थान के प्रभारी महासचिव अजय माकन (Ajay Makan) शनिवार रात 10 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे. जहां मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) के साथ दोनों नेताओं की ढाई घंटे तक मैराथन बैठक (Marathon Meeting) हुई.

बैठक के बाद कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार में किन नेताओं को शामिल किया जाए, या मंत्रिमंडल फेरबदल कब किया जाए, इसका अंतिम फैसला सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) पर छोड़ दिया है. वहीं गहलोत ने कांग्रेस आलाकमान के सामने जो वादे रखे है, उनको मंडल विस्तार से पहले सोनिया गांधी को बताएंगे.

पढ़ें- राहुल गांधी का संदेश लेकर जयपुर आ रहे वेणुगोपाल-माकन, मंत्रिमंडल विस्तार के लिए कई मंत्रियों से लिए जा सकते हैं इस्तीफे

बता दें कि दोनों नेताओं का स्वागत करने पीसीसी अध्यक्ष गोविंद डोटासरा (Govind Dotasara) भी सीएमआर पहुंचे थे, लेकिन कुछ देर की मौजूदगी के बाद गोविंद सिंह डोटासरा सीएमआर से निकल गए. इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन में ढाई घंटे लंबी मंत्रणा हुई. साथ ही सोनिया गांधी का जो संदेश लेकर दोनों नेता जयपुर पहुंचे थे, उसके बारे में उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अवगत कराया.

जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अंतिम फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर छोड़ दिया है. अब रविवार दोपहर1 बजे दोनों नेताओं का दिल्ली लौटने का कार्यक्रम हैं, लेकिन दिल्ली लौटने से पहले दोनों संगठन के नेता सुबह 10:30 बजे पीसीसी में पार्टी पदाधिकारियों और पार्टी विधायकों से भी मुलाकात करेंगे. जहां पीसीसी की ओर से दोनों पदाधिकारियों का सम्मान किया जाएगा.

कहा जा रहा है कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और उनके कैंप के विधायक भी सुबह पीसीसी में दोनों नेताओं से मुलाकात कर सकते है. रविवार को कांग्रेस कार्यालय में होने वाली बैठक में दोनों नेता सत्ता और संगठन को लेकर पीसीसी कार्यकारिणी और विधायकों से फीडबैक लेंगे और जिला अध्यक्षों के नामों को लेकर दोनों नेता पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के साथ चर्चा करेंगे.

पढ़ें- केंद्र सरकार के खिलाफ लोगों में आक्रोश, आमजन की आवाज को दबाने के लिए पड़ रहे छापे: मंत्री भजन लाल जाटव

हालांकि, रात को पीसीसी की ओर से विधायकों को किए गए टेलीफोन से एक बारगी उस समय गफलत की स्थिति बन गई, जब सोशल मीडिया पर विधायक दल की बैठक बुलाने की खबर से हड़कंप मच गया. इसे लेकर प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को ट्वीट कर कहना पड़ा कि प्रदेश कांग्रेस में सुबह 10:30 बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी और जयपुर में मौजूद विधायकों की ओर से संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल और राजस्थान के प्रभारी महासचिव अजय माकन की स्वागत का कार्यक्रम है, इसे लेकर मीडिया में जो विधायक दल की बैठक की बात कही जा रही है, वह पूरी तरीके से निराधार है.

आज होने वाली प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारियों और विधायकों की बैठक में जिस तरह से मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अंतिम फैसला सोनिया गांधी पर छोड़ दिया है, उसी तरह से प्रदेश कांग्रेस कमेटी भी जिला अध्यक्षों और कार्यकारिणी के विस्तार को लेकर अंतिम फैसला सोनिया गांधी पर छोड़ेंगे.

जयपुर. राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet Expansion) और सम्भावित फेरबदल को लेकर संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) और राजस्थान के प्रभारी महासचिव अजय माकन (Ajay Makan) शनिवार रात 10 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे. जहां मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) के साथ दोनों नेताओं की ढाई घंटे तक मैराथन बैठक (Marathon Meeting) हुई.

बैठक के बाद कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार में किन नेताओं को शामिल किया जाए, या मंत्रिमंडल फेरबदल कब किया जाए, इसका अंतिम फैसला सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) पर छोड़ दिया है. वहीं गहलोत ने कांग्रेस आलाकमान के सामने जो वादे रखे है, उनको मंडल विस्तार से पहले सोनिया गांधी को बताएंगे.

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बता दें कि दोनों नेताओं का स्वागत करने पीसीसी अध्यक्ष गोविंद डोटासरा (Govind Dotasara) भी सीएमआर पहुंचे थे, लेकिन कुछ देर की मौजूदगी के बाद गोविंद सिंह डोटासरा सीएमआर से निकल गए. इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन में ढाई घंटे लंबी मंत्रणा हुई. साथ ही सोनिया गांधी का जो संदेश लेकर दोनों नेता जयपुर पहुंचे थे, उसके बारे में उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अवगत कराया.

जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अंतिम फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर छोड़ दिया है. अब रविवार दोपहर1 बजे दोनों नेताओं का दिल्ली लौटने का कार्यक्रम हैं, लेकिन दिल्ली लौटने से पहले दोनों संगठन के नेता सुबह 10:30 बजे पीसीसी में पार्टी पदाधिकारियों और पार्टी विधायकों से भी मुलाकात करेंगे. जहां पीसीसी की ओर से दोनों पदाधिकारियों का सम्मान किया जाएगा.

कहा जा रहा है कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और उनके कैंप के विधायक भी सुबह पीसीसी में दोनों नेताओं से मुलाकात कर सकते है. रविवार को कांग्रेस कार्यालय में होने वाली बैठक में दोनों नेता सत्ता और संगठन को लेकर पीसीसी कार्यकारिणी और विधायकों से फीडबैक लेंगे और जिला अध्यक्षों के नामों को लेकर दोनों नेता पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के साथ चर्चा करेंगे.

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हालांकि, रात को पीसीसी की ओर से विधायकों को किए गए टेलीफोन से एक बारगी उस समय गफलत की स्थिति बन गई, जब सोशल मीडिया पर विधायक दल की बैठक बुलाने की खबर से हड़कंप मच गया. इसे लेकर प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को ट्वीट कर कहना पड़ा कि प्रदेश कांग्रेस में सुबह 10:30 बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी और जयपुर में मौजूद विधायकों की ओर से संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल और राजस्थान के प्रभारी महासचिव अजय माकन की स्वागत का कार्यक्रम है, इसे लेकर मीडिया में जो विधायक दल की बैठक की बात कही जा रही है, वह पूरी तरीके से निराधार है.

आज होने वाली प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारियों और विधायकों की बैठक में जिस तरह से मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अंतिम फैसला सोनिया गांधी पर छोड़ दिया है, उसी तरह से प्रदेश कांग्रेस कमेटी भी जिला अध्यक्षों और कार्यकारिणी के विस्तार को लेकर अंतिम फैसला सोनिया गांधी पर छोड़ेंगे.

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