जयपुर. आम आदमी पार्टी राजस्थान (rajasthan aap) के सह प्रभारी खेमचंद जागीरदार ने राजस्थान में वैक्सीन की बर्बादी पर अफसोस जाहिर किया है. जागीरदार ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की है कि वे इस मामले की जांच कराकर सच्चाई जनता के सामने लाएं और जो कोई भी दोषी हो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें.
खेमचंद जागीरदार (khemchand jagirdar) ने एक बयान जारी कर कहा कि कोराना वैक्सीन बर्बादी कहीं भी होती है तो वह अक्षम्य है. मीडिया खबरों के अनुसार राजस्थान के 8 जिलों में 35 सेंटर्स पर कचरे में 500 वॉयल में 2500 से ज्यादा डोज मिली हैं. अगर यह सच है तो यह स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस संपूर्ण मामले की जांच करानी चाहिए.
जागीरदार ने कहा कि मौजूदा परिस्थिति में वैक्सीन की एक-एक डोज काफी कीमती है. यह वैक्सीन मामूली नहीं जीवनदायिनी है. यह समझना होगा कि वैक्सीन की यह डोज किसी की जान बचा सकती है. इसकी बर्बादी किसी भी रूप में नहीं होनी चाहिए. इस दौरान जागीरदार ने कोरोना से निपटने के लिए दिल्ली की केजरीवाल सरकार के काम का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो काम हुआ है उसके सार्थक परिणाम सामने आए हैं.
उन्होंने कहा कि केन्द्र से यदि पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन मिल जाए तो दिल्ली में टीकाकरण का काम तीन महीने में पूरा किया जा सकता है. राजस्थान बड़ा प्रदेश है लेकिन यहां भी यह नामुकिन नहीं है. दिल्ली में कोरोना वॉर रूम बनाया गया है जहां से वैक्सीन, दवा, बेड, ऑक्सीजन सप्लाई सब पर नजर रखी जा रही है. वैसी व्यवस्थाएं राजस्थान में भी होनी चाहिए. दिल्ली सरकार ने एक बड़ा ऐलान ये भी किया है कि जिन बच्चों के मां-बाप की मौत कोरोना की वजह से हुई है उनका खर्च सरकार उठाएगी. यह व्यवस्था राजस्थान सरकार को भी लागू करनी चाहिए. उन्होंने दिल्ली की तर्ज पर राशन की व्यवस्था सुनिश्चित करने, बिजली बिलों से सरचार्ज माफ करने की भी मांग की.