जयपुर. रेलवे की ओर से लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन जारी है. लॉकडाउन के चलते कई प्रवासी मजदूर विभिन्न राज्यों में फंसे हुए हैं. ऐसे में प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है. अब तक रेलवे ने 1600 ट्रेनों के माध्यम से लगभग 21.5 लाख श्रमिकों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने का काम किया है.
वहीं आगे भी रेलवे प्रशासन की ओर से श्रमिकों को बड़ी राहत देते हुए 200 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा. राज्य सरकारों से अनुरोध किया गया है कि जो श्रमिक रास्ते में है, उन्हें राज्य सरकार मेन लाइन रेलवे स्टेशन के नजदीक पंजीकृत करें और उसकी लिस्ट रेलवे को दें. जिससे कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन से उन्हें उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जा सके.
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इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के अलावा भारतीय रेलवे 1 जून से प्रतिदिन 200 अतिरिक्त टाइम टेबल ट्रेन चलाने जा रहा है, जो कि गैर वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी की ट्रेन होगी. इन ट्रेनों की बुकिंग ऑनलाइन ही उपलब्ध होगी ट्रेनों की सूचना जल्द उपलब्ध कराई जाएगी. भारतीय रेलवे की ओर से अपील की गई है कि श्रमिक धैर्य रखें और अपने स्थान पर ही रहे. भारतीय रेल श्रमिकों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए पूरी व्यवस्था कर रहा है. इसके लिए भारतीय रेल की ओर से राज्य सरकारों से समन्वय स्थापित किया जा रहा है.
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बता दें कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक संचालित किया जा रहा है. इन ट्रेनों में यात्रियों के लिए चेहरे पर मास्क लगाना अनिवार्य रखा गया है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी करवाई जा रही है. श्रमिकों को ट्रेन में बैठने से पहले उनकी स्क्रीनिंग की जाती है. स्क्रीनिंग करने के बाद भी ट्रेन में बैठने की अनुमति दी जा रही है. किसी भी तरह से संदिग्ध लक्षण पाए जाने पर उस यात्री को ट्रेन में बैठने की अनुमति नहीं दी जा रही.