जयपुर. सांगानेर सदर थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए रेलवे प्रतियोगी भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस में इस पूरे प्रकरण में कार्रवाई करते हुए 1 अभ्यर्थी और साथ ही एग्जाम सेंटर पर लगाए गए पांच इनविजीलेटर को गिरफ्तार किया है. नकल के संबंध में सीतापुर स्थित जीआईटी कॉलेज की तरफ से शिकायत दर्ज करवाई गई थी. 17 फरवरी को सीतापुरा स्थित जीआईटी कॉलेज में रेलवे भर्ती बोर्ड की ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन किया जा रहा था और इस दौरान चेकिंग में अभ्यर्थी मुकेश कुमार के पास से एक पर्ची बरामद की गई. जिसमें प्रश्नों के उत्तर लिखे हुए थे.
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अभ्यर्थी को पकड़ने के बाद कॉलेज प्रशासन की तरफ से कॉलेज में मौजूद पुलिस टीम को सूचना दी गई. पुलिस टीम ने जब अभ्यर्थी से पूछताछ की तो उसने नकल की पर्ची इनविजीलेटर द्वारा उपलब्ध कराने की बात बताई. पुलिस टीम को देख परीक्षा केंद्र से पांच इनविजीलेटर भागने की फिराक में थे जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर थाने ले गई. जहां उनसे पूछताछ की जा रही है.
3 लाख रुपए में तय हुआ था नकल का सौदा
नकल करते हुए रंगे हाथों पकड़े गए अभ्यर्थी मुकेश कुमार ने बताया कि उसने अपने एक परिचित के माध्यम से परीक्षा में नकल की सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए 3 लाख रुपए में सौदा तय किया था. सौदे के मुताबिक परीक्षा केंद्र में इनविजीलेटर की भूमिका में काम करने वाले अशोक चौधरी और उसके अन्य साथी विकास, राधा किशन, सुरेश गुर्जर और अशोक मीणा ने प्रश्नों के उत्तर की एक पर्ची बनाकर अभ्यर्थी तक पहुंचाई. रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षा का आयोजन टीसीएस कंपनी के माध्यम से करवाया जा रहा है और नकल कराने के आरोप में गिरफ्तार किए गए इनविजीलेटर भी इसी कंपनी द्वारा नियुक्त किए गए हैं. फिलहाल इस पूरे प्रकरण में परीक्षा का आयोजन कराने वाली कंपनी और ऑनलाइन परीक्षा केंद्र की भूमिका की जांच भी की जा रही है.