जयपुर. देशभर में कोरोना का कहर लगातार बना हुआ है. इसी बीच रेलवे बोर्ड ने यात्रियों और कर्मचारियों से जुड़ी व्यवस्था में बदलाव करने का निर्णय लिया है. जिसके तहत रेलवे अब अपने रनिंग और रिटायरिंग रूम्स में कंबल-चादर आदि का उपयोग बंद करने जा रहा है.
यह निर्णय कोविड-19 को देखते हुए रेलवे ने लिया है. वहीं, जल्द ही देशभर में यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी. रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में उत्तर-पश्चिम रेलवे सहित सभी जोनल रेलवे से कहा है कि वे अपने-अपने रेल मंडलों में बने रनिंग रूम में इसी महीने से यह व्यवस्था लागू कर ले.
बता दें कि बोर्ड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मनीष जैन ने निर्देश जारी करते हुए कहा है कि लिनन नहीं देने की स्थिति में कमरों के अंदर के तापमान को वातावरण की परिस्थितियों के अनुसार मेंटेन किया जाएगा. इतना ही नहीं विंटर सीजन के पहले कमरों के दरवाजे व विंडो को एयरटाइट भी किया जाएगा. जिससे वातावरण को मेंटेन करने में कोई समस्या न हो.
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वहीं, रनिंग रूम में स्टाफ की ओर से उपयोग किए जाने वाले तकिया-कवर और चादर आदि का सैनिटाइजेशन हर दिन किया जाएगा. साथ ही उनके रवाना होने के बाद उपयोग किए गए कवर व चादर की धुलाई आवश्यक रूप से करवाई जाएगी. यदि रनिंग स्टाफ इन व्यवस्थाओं से संतुष्ट नहीं होता है तो उसे सलाह दी जाती है कि वह अपने साथ कम वजन का कंबल साथ लेकर आए और रुके.
इस पूरी व्यवस्था का इंस्ट्रक्शन संबंधित विभाग के इंस्पेक्टर करेंगे और फीडबैक से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराएंगे. ऐसे में यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी अपने काम में लापरवाही करेगा तो रेल प्रशासन की ओर से उस पर कार्रवाई भी की जाएगी.