जयपुर. कोविड 19 के बीच रेलवे प्रशासन की ओर से हाल ही में ये घोषणा की गई है जिसके अंतर्गत रेलवे आगामी दिनों में 65वां राष्ट्रीय रेल सप्ताह समारोह मनाएगा. इस कार्यक्रम में देश भर के 11.30 लाख कर्मचारियों में से 139 अधिकारी और कर्मचारियों का सम्मान किया जाएगा. ये पुरस्कार राजस्व बढ़ाने सहित कई कार्यों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को दिया जाता है.
बता दें कि हर साल रेल मंत्रालय मंडल से लेकर रेलवे बोर्ड स्तर पर रेल सप्ताह मनाता है. इस बार कोरोना वायरस के कारण कार्यक्रमों की तारीख आगे होती रही और रेल मंत्रालय पूरे देश में बड़ी संख्या में बेहतर कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को मंत्रालय स्तर पर राष्ट्रीय पुरस्कार देकर सम्मानित करता है. इस साल राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए सिर्फ 139 लोगों का ही चयन किया गया. इससे पहले प्रत्येक जोन से लगभग 10 से 15 अधिकारियों कर्मचारियों को सम्मान किया जाता था. जिसके चलते रेलवे अधिकारियों के पुरस्कार देने का आरोप भी लग रहा है.
वहीं, सम्मान किए जाने वाले कर्मचारियों में उत्तर पश्चिम रेलवे के सिर्फ दो ही अधिकारी शामिल हुए भी कोई कर्मचारी नहीं है. यानी ये काम करने वाले 47 हजार कर्मचारियों और 3 हजार अधिकारियों में सिर्फ दो ही अधिकारियों ने अच्छा किया है.
उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर स्थित केंद्रीय रेलवे अस्पृल में कार्यरत वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष पावरी और बीकानेर मंडल के मंडल वाणिज्य प्रबंधक आईआरटीएस डॉक्टर सीमा विश्नोई को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया है.
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गौरतलब है कि अन्य जोनल रेलवेज में पुरस्कृत होने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या अधिक है. तो उत्तर पश्चिम रेलवे जोन में केवल दो ही अधिकारी चयनित हुए हैं. पिछले साल भी इस जॉन का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था और दो पुरस्कार ही मिले थे. इस पूरे मामले में एक महत्वपूर्ण और रोचक बात यह भी है, कि जिन दो अधिकारियों को पुरस्कार मिला है वो अपने बेहतर काम के बारे में जानकारी भी नहीं दे सकते. जब तक उन्हें रेलवे का जनसंपर्क विभाग अनुमति नहीं देता.
वहीं, रेल प्रशासन की ओर से भी जोनल स्तर पर इन दोनों अधिकारियों ने क्या कार्य कुशलता दिखाई इसकी जानकारी अभी तक साझा नहीं की गई. ये खुद भी अपने कार्य को लेकर आला अधिकारियों की अनुमति के बिना कुछ भी कहने से बच रहे हैं.