जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस के सभी 39 जिलों में (कांग्रेस ने राजस्थान में कुल 33 जिलों को 39 जिलों में बांटा है) जिला अध्यक्ष जल्द से जल्द घोषित हो, इसके लिए अब प्रदेश प्रभारी अजय माकन (Rajasthan Congress Incharge Ajay Maken) ने कमान अपने हाथ में ले ली है. 11 महीने से पेंडिंग पड़ी जिला अध्यक्षों की घोषणा करने के लिए अजय माकन ने अब सीधे ही जिला प्रभारियों से तीन-तीन नामों के पैनल मंगवाए हैं.
ऐसा पहली बार हो रहा है कि प्रभारियों से सीधे नाम दिल्ली मंगवाए जा रहे हैं, जबकि होता ऐसा है कि पहले यह नाम प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय प्रदेश अध्यक्ष (State President) के पास पहुंचते हैं. उसके बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से नामों के पैनल दिल्ली पहुंचाए जाते हैं. लेकिन 11 महीने से इस काम में हो रही देरी के चलते अब सीधे नाम दिल्ली मंगवाए जा रहे हैं.
दरअसल, राजस्थान में 11 महीने पहले हुई राजनीतिक उठापटक (Rajasthan Political Crisis) और सियासी संग्राम के चलते तुरन्त प्रभाव से प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी के साथ ही जिलाध्यक्षों, जिला ब्लॉक और सभी प्रकोष्ठों को भंग कर दिया गया था. इनमें से प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर गोविंद डोटासरा (Govind Singh Dotasra) के नाम की घोषणा तो तुरंत कर दी गई, लेकिन पहले प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी बनने में 6 महीने का समय लग गया.
प्रदेश कांग्रेस का बाकी संगठन बनना शेष...
6 जनवरी 2021 को प्रदेश कांग्रेस की 39 सदस्यों की कार्यकारिणी की घोषणा तो हुई, लेकिन प्रदेश कांग्रेस का बाकी संगठन बनना शेष है. जिनमें भी जिला अध्यक्षों (District Presidents) के बिना प्रदेश कांग्रेस का काम प्रभावित हो रहा है, क्योंकि अभी प्रदेश कांग्रेस को निवर्तमान जिला अध्यक्षों से काम चलाना पड़ रहा है, जो दोबारा जिला अध्यक्ष बनेंगे या नहीं यह तय नहीं है. ऐसे में वह पूरी ऊर्जा के साथ काम नहीं कर रहे हैं.
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जिला प्रभारियों को सीधे भेजे गए दिल्ली से परफॉर्मा...
जिला अध्यक्षों की घोषणा में हो रही देरी के चलते अब प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने 30 जून तक संगठन के सभी जिला प्रभारियों से तीन-तीन नामों का पैनल भेजने को कहा है. पहले सभी संगठन के प्रभारियों को मेल के जरिए जिला अध्यक्षों का परफॉर्मा भेजा गया है और इस परफॉर्मा को 30 जून तक भरकर वापस मंगवाया गया है. खुद सह प्रभारी तरुण कुमार ने सभी संगठन के प्रभारियों को फोन किए हैं और उनसे यह पैनल सीधा दिल्ली मंगवाया है. दिल्ली नाम भिजवाने के लिए प्रभारियों को संजय माकन का मेल आईडी दिया गया है जो नाम के अनुसार सम्भवत: प्रदेश प्रभारी अजय माकन का ही कोई ईमेल आईडी है.
जिलाध्यक्षों में भी मंत्रिमंडल की तरह हो सकती है देरी...
प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने भले ही नाम 30 जून तक मंगवा लिए हों, लेकिन प्रदेश कांग्रेस को जिला अध्यक्ष मिलने में अभी समय लगेगा. कारण साफ है कि जिस तरीके से पायलट कैंप (Pilot Camp) अपने विधायकों के लिए मंत्री पद और कार्यकर्ताओं के लिए राजनीतिक नियुक्तियां मांग रहा है, उसी तरह से पायलट कैंप जिला अध्यक्षों में भी अपनी हिस्सेदारी चाहता है. जिस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आसानी से राजी होंगे यह लगता नही है.
ऐसे में जिला अध्यक्षों की घोषणा करना अजय माकन के लिए आसान नहीं होगा, क्योंकि दोनों कैंप (Gehlot VS Pilot) अपने-अपने नामों को लेकर अड़ंगा लगा सकते हैं, जिससे लगता नहीं है कि नाम लिए जाने के बाद भी आसानी से जिला अध्यक्षों की घोषणा प्रदेश में हो सकेगी. ऐसे में लगता है कि राजस्थान कांग्रेस को जिला अध्यक्ष मिलने में अभी देरी होगी और जिला अध्यक्षों का हाल भी राजस्थान मंत्रिमंडल विस्तार की तरह ही होने वाला है. वैसे भी जिस 30 जून तक जिला अध्यक्षों की घोषणा करने की बात कही जा रही थी, उस 30 जून तक तो केवल नाम ही मंगवाए जा रहे हैं. ऐसे में एक बार फिर जून की डेडलाइन निकलना तय है.
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यह जानकारी मांगी है...
संगठन के जिला प्रभारियों को जो परफॉर्मा भरकर भेजने के लिए कहा गया है, उस परफॉर्मा में आवेदक का जिला, ब्लॉक, विधानसभा क्षेत्र के साथ ही आवेदक की जाति, पार्टी में वर्तमान और पूर्व पद के साथ ही यह भी पूछा गया है कि जो जिला अध्यक्ष के लिए आवेदन कर रहे हैं, उन्होंने कभी लोकसभा, विधानसभा, जिला परिषद, पंचायत, नगर पालिका या अन्य चुनाव लड़ा है.