जयपुर. गहलोत सरकार की तरफ से लिए गए राज्य कर्मचारियों के वेतन में कटौती के फैसले के खिलाफ कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. अलग-अलग विभागों के कर्मचारी रोज प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी कड़ी में गुरुवार को राजस्थान राज्य कर्मचारी संघ के बैनर तले जल भवन में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के कर्मचारियों ने भी प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया.
राजस्थान राज्य कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश पारीक ने कहा कि सरकार ने पहले 15 दिन का वेतन काट लिया और 5 दिन का वेतन अभी भी रोका हुआ है. हाल ही में सरकार ने कोविड के लिए कर्मचारियों के वेतन कटौती का निर्णय किया है और इससे कर्मचारियों में लगातार रोष बढ़ रहा है. कर्मचारियों पर भी कर्जे का बोझ है, उनकी भी हर महीने किश्त जाती है. इसके अलावा घर खर्च और बच्चों की पढ़ाई का खर्चा अलग से है.
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वहीं, कर्मचारियों ने कहा कि कर्मचारियों ने कोविड के समय सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया था, लेकिन तथाकथित कर्मचारी संघों को बुलाकर रातों-रात कर्मचारियों के वेतन कटौती का फैसला ले लिया गया. सरकार ने कटौती का जो फैसला लिया है, उसे हम सिरे से खारिज करते हैं. इससे अलावा 30 अक्टूबर 2017 के आदेश से हमारे वेतन में कटौती की जा रही है. उससे पहले ही कर्मचारी त्रस्त हैं. दो-दो डीए भी केंद्र सरकार ने रोके हुए हैं. राज्य सरकार भी वेतन कटौती कर रही है. ऐसे में अब राजस्थान राज्य कर्मचारी संघ ने सरकार को चेतावनी दी है कि पिछली सरकार का जो हाल हुआ था, वही हाल अब इस सरकार का होगा.