जयपुर. कांग्रेस विधायक अमीन कागजी पर कर्फ्यू ग्रस्त इलाकें रामगंज में सैकड़ों समर्थकों के साथ जाकर राहत सामग्री बांटने की शिकायत अब थाने तक पहुंच गई है. पब्लिक अगेन्स्ट करप्शन संस्था की ओर से राजधानी जयपुर के किशनपोल विधानसभा से कांग्रेस विधायक अमीन कागजी के खिलाफ परिवाद दिया गया है. संस्था के महासचिव पुनम चंद भण्डारी की ओर से दिया गया परिवाद में कहा गया है कि कोरोना महामारी के कारण राजस्थान सरकार ने जयपुर में परकोटा क्षेत्र में कर्फ्यू लगा रखा है.
यह भी पढ़ें- जयपुर: अजमेर पुलिया फुटपाथ पर दिहाड़ी मजदूरों का जमावड़ा, ना मिला शेल्टर होम- ना सोशल डिस्टेंसिंग
उन्होंने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि 9 अप्रैल 2020 को विधायक अमीन कागजी अपने साथ सैकड़ों लोगों को लेकर नमक की मंडी किशनपोल बाजार जयपुर में राशन बांटने पहुंचे और कर्फ्यू की परवाह नहीं की और सोशियल डिस्टेंसिंग की भी परवाह नहीं की, जबकि जनप्रतिनिधि होने के कारण उनको यह जानकारी है कि भीड़ एकत्रित करने से कोरोना वायरस तेजी से फैलता है.
उन्होंने कहा कि विधायक से तो उम्मीद की जाती है कि वह कानुन का अक्षरश: पालन करेगा और जनता से भी पालन करवाएगा, लेकिन अमीन कागजी ने कोई परवाह नहीं की और शहर के लाखो लोगों के जीवन को खतरे में डाल दिया. सत्ताधारी पार्टी का विधायक होने का मतलब यह नहीं है कि वह मनमानी करे और कानून तोड़े.
यह भी पढ़ें- SPECIAL: लॉकडाउन में फार्म हाउसों का जायजा लेने पहुंचा ETV Bharat, सामने आई ये हकीकत
उन्होंने कहा कि इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर तुरंत कार्रवाई की जाए. साथ ही विधायक अमीन कागजी और अन्य को तुरंत गिरफ्तार की जाए, क्योंकि लाखों लोगों के जीवन का प्रश्न है और अन्य व्यक्ति ऐसा अपराध नहीं करें. हालांकी इस मामले में अभी पुलिस ने एफआइआर दर्ज नहीं की है, लेकिन परिवाद की जांच की जा रही है.