जयपुर. आयकर विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों का आंदोलन 56 दिन से जारी है. मंगलवार को आयकर विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त को काले मास्क और प्ले कार्ड के साथ काले झंडे दिखाकर विरोध प्रकट किया.
जयपुर समेत जोधपुर और उदयपुर में भी आयकर कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने आयुक्त कार्यालय पर रेगुलर डीपीसी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इनकम टैक्स एंप्लाइज फेडरेशन राजस्थान के अध्यक्ष राजेंद्र मीणा ने बताया कि प्रधान मुख्य आयुक्त के नकारात्मक रवैये के कारण काफी समय से रेग्युलर डीपीसी नहीं हो पा रही है. बार-बार प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त से निवेदन करने के बावजूद प्रशासन ने रेग्युलर डीपीसी नहीं की. आयकर कर्मचारियों को मजबूरन आंदोलन की राह पर चलना पड़ रहा है.
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कर्मचारियों ने 26 फरवरी 2020 को भी काली पट्टी बांधकर विरोध किया था. इसके बाद 4 मार्च को भोजनावकास में प्रशासन के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया गया. यह आंदोलन 23 मार्च तक चला. इसके बाद कोरोना वायरस महामारी के चलते लॉकडाउन होने से आंदोलन स्थगित कर दिया गया था.
लॉकडाउन के बाद कार्यालय खुलने पर फिर से प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त से डीपीसी के लिए बार-बार निवेदन किया, लेकिन प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त की हठधर्मिता के कारण फिर से आंदोलन करने का निर्णय किया गया.
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आयकर कर्मचारियों का कहना है कि पिछले 3 सालों से ज्वाइंट काउंसलिंग ऑफ एक्शन अपनी समस्याओं को केंद्रीय प्रत्यक्ष कर मंडल नई दिल्ली के सामने रख रहा है, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा. इसके विरोध में आयकर कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया गया. आयकर विभाग में सवर्ण पुनर्गठन 2018 करना था, लेकिन आज तक रिपोर्ट को संपादित करने की प्रक्रिया भी शुरू नहीं की गई.
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कर्मचारियों की मांग है कि इनकम टैक्स इंस्पेक्टर को लैपटॉप देने, ओवर टाइम अलाउंस देने और दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को नियमित किया जाए. लेकिन अभी तक कर्मचारियों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है. इस मामलें में कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो आने वाले समय में आंदोलन को और तेज किया जाएगा.