जयपुर. प्रदेश में लंपी स्किन रोग के बढ़ते प्रकोप के बीच सियासत भी तेज हो गई है. जनसंख्या समाधान (Lumpy Disease in Rajasthan) फाउंडेशन के बैनर तले सोमवार को जयपुर सहित सभी जिला मुख्यालय में विरोध प्रदर्शन कर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया. जयपुर के शहीद स्मारक में प्रदर्शन के दौरान पैदल मार्च निकालने से रोकने पर प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच झड़प भी देखने को मिली.
जयपुर में फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष रामनारायण चौधरी और महिला विंग अध्यक्ष सुमन शर्मा के नेतृत्व में (Protest in Jaipur for Lumpy) हुए प्रदर्शन में कई गो भक्त शामिल हुए. पहले शहीद स्मारक पर इन गोभक्तों ने धरना दिया और फिर पैदल मार्च के रूप में वहां से रवाना हो गए. इस बीच जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के बाहर उन्हें पुलिस कर्मियों ने रोक लिया, जिस पर प्रदर्शनकारियों की पुलिस अधिकारियों से तीखी नोकझोंक भी हुई.
ज्ञापन सौंपने से रोकने पर हंगामा : प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि प्रशासन को पूर्व में सूचना देने के बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने जाने से रोका जा रहा है. वहीं पुलिस अधिकारियों का तर्क था कि संगठन को केवल धरने की अनुमति दी गई थी. नोकझोंक ज्यादा बढ़ी तो प्रदर्शनकारी सड़क पर ही धरने पर बैठ गए. हालांकि बाद में समझाईश के बाद उन्होंने ज्ञापन दिया और मामला शांत हुआ.
फाउंडेशन प्रदेश अध्यक्ष रामनारायण चौधरी ने कहा कि लंपी स्किन रोग को प्रदेश सरकार महामारी (Deaths Due to Lumpy in Rajasthan) घोषित करें. जिस पशुपालक के गोवंश की मौत हुई है उसे 50 हजार की आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाए. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सरकार की लचर कार्यशैली के चलते आज संक्रमित मृत गोवंशों को खुले में पटका जा रहा है. जिससे संक्रमण और तेजी से फैल रहा है.
भाजपा नेत्री और फाउंडेशन की महिला विंग अध्यक्ष सुमन शर्मा आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार और उसके (Cases of Lumpy in Rajasthan) मुखिया अपनी सत्ता और कुर्सी बचाने में व्यस्त है या फिर दिल्ली और गुजरात के दौरे कर रहे हैं. जबकि राजस्थान की हालत खराब है. शर्मा ने कहा पहले पशु चिकित्सक और अन्य स्टाफ की कमी थी और अब भर्ती के आदेश भी निकाले हैं तो जब तक भर्ती होगी तब तक हजारों गोवंश मारी जाएंगी. संगठन पदाधिकारियों ने प्रदेश सरकार से इस गंभीर रोग की रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर काम करने की मांग की.