जयपुर. ग्रेटर नगर निगम के मुरलीपुरा जोन के पार्षद निगम प्रशासन (Protest against Greater Nagar Nigam) की कार्यशैली से संतुष्ट नहीं हैं. स्थानीय पार्षद सफाई, सीवर, रोड लाइट और निगम से जुड़ी दूसरी समस्याओं को लेकर जोन कार्यालय के बाहर धरना देने पहुंचे हैं. इससे पहले 16 फरवरी और उसके एक महीने बाद भी धरना दिया गया था. यहां करीब 16 पार्षदों (councilor strike against nigam in jaipur) ने धरना दिया, जिसमें कांग्रेस के साथ-साथ बीजेपी के पार्षद भी अपने ही बोर्ड के खिलाफ धरना देते दिखे. बाद में इन्हीं पार्षदों ने मुख्यालय पर पहुंचकर भी हंगामा किया.
निगम के खिलाफ फिर धरना: ग्रेटर निगम मुरलीपुरा जोन में भाजपा-कांग्रेस के करीब 16 पार्षदों ने मंगलवार को जोन कार्यालय के बाहर धरना दिया. पार्षदों ने बताया कि पिछले करीब 4 महीने से नगर निगम की जनविकास से संबंधित व्यवस्थाएं मूर्छित अवस्था में पड़ी हैं. वार्ड में सीवर लाइन जाम है, लोगों के घरों के बाहर सीवर का पानी चैंबरों से बाहर निकलकर सड़क पर बहता है, पीने के पानी की लाइनों में सीवर का पानी आ रहा है.
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इस संबंध में कई बार जोन के अधिकारियों और संबंधित ठेकेदार को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन महज आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला. बीवीजी कंपनी समय पर कचरा नहीं उठाती, हूपर पर साउंड नहीं है, हूपर खराब रहते हैं, दो हफ्ते तक डिपो नहीं उठते हैं. पार्षदों ने कहा कि प्रत्येक वार्ड में दो दर्जन स्थानों पर रोड लाइट बंद पड़ी है. इसे लेकर भी संबंधित अधिकारियों को बताया गया, लेकिन वो भी अपनी लाचारी ज़ाहिर कर देते हैं.
यही नहीं 300 गज से छोटे भूखंड मालिकों को भी हाउस टैक्स के नोटिस देकर चौथ वसूली का काम किया जा रहा है. धरना स्थल पर पहुंचे निगम के अतिरिक्त आयुक्त और मुरलीपुरा जोन उपायुक्त संतोष गोयल ने पार्षदों की समस्याओं को सुना, हालांकि वो भी कोई ठोस आश्वासन नहीं दे पाए. वहीं बाद में मुरलीपुरा जोन के पार्षदों ने ग्रेटर नगर निगम मुख्यालय पहुंचकर भी हंगामा किया. वहीं पार्षदों ने उपायुक्त महेश मान पर बदतमीजी करने का आरोप लगाते हुए, उन्हें हटाने की मांग भी की.