जयपुर. राजधानी के करणी विहार थाना क्षेत्र में 7 जून को घटित हुई प्रॉपर्टी व्यवसाई की हत्या की वारदात जयपुर पुलिस के लिए गले की फांस बनती जा रही है. जहां इस वारदात को घटित हुए 1 सप्ताह बीतने वाला है, तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस अब तक वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों का कोई सुराग नहीं जुटा पाई है. हालांकि इस पूरे प्रकरण को सुलझाने के लिए जयपुर पुलिस की कमिश्नरेट स्पेशल टीम और वेस्ट जिले की डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम सहित 200 पुलिसकर्मियों की एक टीम काम कर रही है.
एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक कुमार गुप्ता का कहना है कि इस पूरे प्रकरण में पुलिस का अनुसंधान जारी है. साथ ही कई ऐसे सबूत पुलिस के हाथ लगे हैं जिनके आधार पर यह कहा जा सकता है कि, हत्यारों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
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मृतक प्रॉपर्टी व्यवसाई नरेश के परिजनों ने लूट और हत्या का प्रकरण दर्ज करवाया था. प्रकरण में यह कहा गया था कि, नरेश प्रॉपर्टी का काम करता है और दिल्ली स्थित अपने कार्यालय से करोड़ों रुपए की राशि लेकर जयपुर रवाना हुआ था. हालांकि जिस वक्त वारदात घटित हुई उस वक्त नरेश के पास करोड़ों रुपए की राशि थी या नहीं यह भी जयपुर पुलिस के लिए एक बड़ी पहेली बना हुआ है.
जयपुर पुलिस द्वारा किए जा रहे अनुसंधान में अब तक ऐसा कोई भी तथ्य सामने नहीं आया है, जिसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि घटना के वक्त नरेश के पास करोड़ो रुपए की राशि मौजूद थी. वहीं इस वारदात को सुलझाने के लिए जयपुर पुलिस द्वारा दिल्ली से लेकर जयपुर हाईवे पर लगे हुए अनेक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल दी गई है. लेकिन अब तक की जांच में ऐसी कोई भी संदिग्ध गाड़ी नजर नहीं आ रही जो नरेश का पीछा कर रही हो.