जयपुर. व्यवसायिक प्रशिक्षण संघ से जुड़े ठेके पर लगे व्यवसायिक शिक्षकों को सुनवाई नहीं होने पर अपनी मांग मनवाने के लिए सोमवार को बड़ा कदम उठाना पड़ा. सुबह से शिक्षा संकुल में धरना दे रहे. व्यवसायिक शिक्षकों में से 7 शिक्षक दोपहर बाद शिक्षा संकुल में स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए और नारेबाजी करने लगे. प्रतिनिधिमंडल से हुई वार्ता के बाद यह सभी शिक्षक पानी की टंकी से उतर गए. शिक्षक करीब पौने तीन घंटे तक टंकी पर ही रहे.
बता दें कि बकाया वेतन और नौकरी से हटाने को लेकर व्यवसायिक शिक्षक लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं और सोमवार सुबह भी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शिक्षा संकुल में 60 से 70 शिक्षक धरना दे रहे थे. ये शिक्षक अलग अलग जिलों से आये थे. धरने के दौरान एक प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए शिक्षा मंत्री के पास भी ले जाया गया, लेकिन फिर सिविल लाइंस से ही वापस लौटा दिया गया. सुनवाई नहीं होने से नाराज 7 व्यवसायिक शिक्षक दोपहर बाद करीब पौने तीन बजे टंकी पर चढ़ गए और बाकी शिक्षक नीचे नारेबाजी करने लगे. बताया जा रहा है कि 3 महिला और 4 पुरुष शिक्षक टंकी पर चढ़े थे.
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सूचना पर सिविल डिफेंस की टीम और पुलिस भी मौके पर पहुंची. कुछ देर बाद डीसीपी राहुल जैन भी मौके पर पहुंचे. एहतियात के तौर पर मौके पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात रहा. पुलिस ने व्यवसायिक शिक्षकों के 5 सदस्य प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए शिक्षा संकुल में अधिकारी के पास ले गए. वार्ता के बाद मिले आश्वासन से संतुष्ट होकर व्यवसायिक शिक्षकों ने अपना धरना समाप्त कर दिया. वार्ता में उन्हें आश्वासन दिया गया कि 10 दिनों में बकाया वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा और अन्य समस्याओं का भी समाधान किया जाएगा.
इन मांगों के लेकर दे रहे थे धरना...
व्यवसायिक शिक्षकों विद्यालय में नियुक्ति देने, प्रत्येक वर्ष होने वाली टेंडर प्रक्रिया पर रोक लगाने, प्लेसमेंट एजेंसी से मुक्त कर विभाग में समायोजित करने, बकाया वेतन जल्द दिलाने, अप्रैल से अक्टूबर तक लॉकडाउन की अवधि का पारिश्रमिक दिलाने, व्यवसायिक शिक्षकों संविदा में शामिल करने आदि को लेकर शिक्षक शिक्षा संकुल में धरना दे रहे थे.