जयपुर. राजधानी जयपुर में जैसे-जैसे विकास होता जा रहा है वैसे वैसे ही शहर की सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव भी लगातार बढ़ता जा रहा है. राजधानी की सड़कों पर लगातार बढ़ते ट्रैफिक के दबाव के बावजूद भी ट्रैफिक का बेहतरीन संचालन करने के लिए जयपुर ट्रैफिक पुलिस अन्य विभागों के साथ मिलकर बेहतरीन काम करती हुई दिखाई दे रही है. यही कारण है कि राजधानी जयपुर में वाहन चालकों को ट्रैफिक जाम जैसी गंभीर समस्या से रूबरू नहीं होना पड़ता है.
राजधानी जयपुर में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाए रखने के लिए जयपुर ट्रैफिक पुलिस द्वारा अनेक प्रयोग किए गए और सभी प्रयोग सफल रहे. वहीं वर्तमान में भी यदि कहीं पर यातायात व्यवस्था में कोई विघ्न उत्पन्न होता है तो उस पर पूरी स्टडी करने के बाद यातायात के संचालन को सुगम बनाए रखने के लिए आला अधिकारी द्वारा निर्णय लिया जाता है. यातायात पुलिस जयपुर, नगर निगम जयपुर और जेडीए के परस्पर तालमेल के चलते राजधानी जयपुर में यातायात व्यवस्था एकदम सरल व सुगम बनी हुई है.
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राजधानी जयपुर में वर्तमान में भले ही वाहन चालकों को ट्रैफिक जाम की समस्या का सामना नहीं करना पड़ रहा है लेकिन राजधानी में ऐसे अनेक मार्ग हैं जहां पर पूर्व में पूरे दिन भर जाम की स्थिति बनी रहती थी. जहां पर ट्रैफिक पुलिस के अनेक प्रयत्नों के बावजूद भी शहरवासियों को जाम से निजात नहीं मिल पा रही थी. जयपुर ट्रैफिक पुलिस द्वारा इस पर होमवर्क किया गया और ऐसे मार्ग जहां पर ट्रैफिक जाम की स्थिति लगातार बनी रहती है उन्हें चिन्हित कर सर्वे किया गया.
ट्रैफिक जाम लगने के पीछे के कारणों का अध्ययन किया गया और जहां पर रोड इंजीनियरिंग को लेकर किसी तरह की कोई खामी पाई गई तो उसे जेडीए व नगर निगम के साथ मिलकर सुलझाया गया. पूर्व में राजधानी जयपुर में प्रमुख मार्गो पर स्थित विभिन्न चौराहों का आकार बड़ा होने के चलते जाम की स्थिति बनी रहती थी. ऐसे में जाम से निजात पाने के लिए चौराहों के आकार को छोटा किया गया. इसके साथ ही ऐसे मार्ग जहां पर अत्यधिक यातायात दबाव के चलते जाम की स्थिति बनी रहती थी वहां पर वन वे ट्रैफिक व्यवस्था लागू कर जाम से निजात दिलाई गई.
इन स्थानों पर किया गया ट्रैफिक जाम की समस्या का निवारणः
एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि राजधानी जयपुर में ऐसे अनेक स्थान पर थे जहां पर विभिन्न कारणों के चलते जाम की स्थिति बनी रहती थी. खासा कोठी पुलिया से लेकर कलेक्ट्रेट सर्किल तक जाम की स्थिति बनी रहती थी जिसका सर्वे किया गया और उसमें वाहनों की पार्किंग के चलते जाम लगा होना पाया गया. जिस पर जयपुर ट्रैफिक पुलिस द्वारा कोर्ट के बाहर अधिवक्ताओं द्वारा पार्क किए जाने वाले वाहनों की पार्किंग स्थल को बदला गया. इसके बाद उस मार्ग पर लगने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिल सकी.
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इसी प्रकार से अजमेर हाईवे पर कमला नेहरू पुलिया के नीचे से भांकरोटा चौराहे के बीच में अजमेर हाईवे पर जाम की स्थिति बनी रहती थी. आमजन को जाम से निजात दिलाने के लिए मार्ग पर संरचनात्मक परिवर्तन किया गया और इसके साथ ही ट्रैफिक लाइट लगाई गई. जिसके बाद जाम की समस्या से निजात मिल सकी.
इसके साथ ही विवेक विहार मेट्रो स्टेशन के सामने और जयपुर हॉस्पिटल के सामने जाम की स्थिति बनी रहती थी. आमजन को जाम से निजात दिलाने के लिए मार्ग पर स्थित कट को बंद किया गया. इसके साथ ही शहर में ऐसे अनेक पॉइंट थे जहां पर जाम की स्थिति बनी रहती थी वहां पर थोड़े प्रयास और लोगों के सहयोग से जाम से राहत पाई गई.
यह है ट्रैफिक जाम के प्रमुख कारणः
एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि राजधानी जयपुर में ट्रैफिक जाम के जो कारण सर्वे के दौरान सामने आए उनमें सबसे प्रमुख कारण रोड इंजीनियरिंग और यातायात दबाव रहा. मार्ग पर सड़क की चौड़ाई कितनी है और कितने मोड़ हैं और इसके साथ ही उस मार्ग पर यातायात का दबाव कितना है यह तमाम पहलू यातायात के सुगम संचालन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. आमजन को जाम से निजात दिलाने के लिए मार्ग में संरचनात्मक परिवर्तन किए गए और आगे भी आवश्यकता पड़ने पर किए जाएंगे. इसके साथ ही जयपुर ट्रेफिक पुलिस द्वारा सर्वे के दौरान जाम लगने का एक प्रमुख कारण वाहनों की पार्किंग भी सामने आई.
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शहर में अनेक स्थानों पर नो पार्किंग जोन में भी लोगों द्वारा वाहन पार्क किए हुए पाए गए. जिसके चलते सड़क की चौड़ाई कम होने पर जाम की स्थिति उत्पन्न हुई. जिसे लेकर भी जयपुर ट्रेफिक पुलिस द्वारा विशेष अभियान चलाया गया हालांकि कोरोना काल में यह अभियान काफी धीमा रहा जिसे अब एक बार फिर से गति प्रदान की जाएगी. साथ ही राजधानी के ऐसे अनेक तिराहे और चौराहे जहां पर अत्यधिक यातायात दबाव होने के चलते जाम की स्थिति बनी रहती थी. उन तिरराहों और चौराहों पर वन वे ट्रैफिक व्यवस्था लागू करके या अन्य समानांतर मार्गों पर ट्रैफिक डाइवर्ट करके जाम से निजात पाई गई.
वहीं, ऐसे स्थान जहां पर वाहनों की पार्किंग के चलते जाम की स्थिति उत्पन्न होती थी उन स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था समाप्त कर दी गई. इसके साथ ही वाहनों की पार्किंग के लिए जेडीए और नगर निगम द्वारा नए पार्किंग स्थल बनाए गए और वर्तमान में भी बनाए जा रहे हैं. जिसके बाद वाहन चालकों को अपने वाहन पार्क करने की समस्याओं से भी निजात मिल सकेगी.
अस्थाई अतिक्रमण हटाकर मिली जाम से निजातः
एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि राजधानी जयपुर में ऐसे अनेक स्थान थे जहां पर अस्थाई अतिक्रमण के चलते दिन में अनेक बार जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती थी. सड़क पर ठेले लगाने वाले या फिर सामान बिछाकर बेचने वाली लोगों के चलते भी जाम की स्थिति उत्पन्न होती है. प्रदेश के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल के सामने भी ठेले और ऑटो पार्किंग के चलते अस्थाई जाम की स्थिति बनी रहती है. जिससे आमजन को निजात दिलाने के लिए जयपुर ट्रैफिक पुलिस द्वारा नगर निगम के साथ मिलकर लगातार कार्रवाई की जाती है. अस्थाई अतिक्रमण के हटने के बाद सड़क पर यातायात का संचालन सुगम बना रहता है.
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आमजन का जागरूक होना बेहद जरूरीः
एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि यातायात की सुगम संचालन के लिए आमजन का जागरूक होना बेहद आवश्यक है. आमजन को जागरूक करने के लिए जयपुर ट्रैफिक पुलिस द्वारा समय-समय पर अनेक तरह के जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं. जिसमें विभिन्न माध्यमों के जरिए आमजन को यातायात नियमों का पालन करने और एक जागरूक नागरिक होने की भूमिका निभाने को लेकर प्रेरित किया जाता है.
राहुल प्रकाश का कहना है कि यदि आमजन गाड़ी पार्क करने से पहले यह सोचे कि जिस स्थान पर गाड़ी पार्क की जा रही है वहां पर गाड़ी पार्क करने से आमजन को कोई समस्या तो नहीं आएगी. वन वे पर गलत दिशा से वाहन तो नहीं चलाया जा रहा है. इन तमाम छोटी छोटी चीजों को यदि आमजन ध्यान रखें और जागरूक रहें तो शहर में यातायात जाम की तमाम समस्याओं से स्वतः ही निजात मिल सकेगी.