जयपुर. 8 मार्च को आयोजित मैराथन रेस (Marathon Race In Jaipur on International Women Day) के जरिए सामाजिक संदेश की परतों में ही छिपा राजनैतिक संदेश है. एक ओर प्रदेश की कांग्रेस सरकार महिला सशक्तिकरण और महिला अधिकारों का संदेश देना चाहती है तो दूसरी ओर यूपी के बाद अब कांग्रेस की नजर राजस्थान में सत्ता वापसी की है.
सब जानते हैं कि कांग्रेस ने यूपी में लड़की हूं लड़ सकती हूं कैंपेन के जरिए महिला वोट बैंक को साधने की कोशिश की है. इस अभियान को लीड प्रियंका गांधी कर रही हैं. वो यूपी प्रभारी भी हैं. कहा जाता है कि उनके प्रयासों से ही यूपी में 40 फीसदी महिलाओं को चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया. मैसेज महिलाओं को सशक्त करने का दिया गया. राजस्थान में 2023 में चुनाव प्रस्तावित है तो यूपी का फॉर्मूला यहां भी लागू किया जा सकता है.
प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी की कमान एक महिला को सौंपकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहले ही यह संदेश दे दिया है की आलाकमान की मंशा के अनुसार राज्य में सरकार महिलाओं को प्राथमिकता के साथ आगे बढ़ा रही है . अब सरकार 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर एक संदेश देने के लिए राज्य स्तरीय बालिका और महिलाओं की मैराथन करने जा रही है. सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते हैं कि इस मैराथन में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी शामिल (Priyanka Gandhi May Attend Women Marathon Race In Jaipur) हों. इसके लिए प्रियंका गांधी से समय मांगा जा रहा है. अगर प्रियंका ने मैराथन में शामिल होने पर सहमति जताई तो सरकार इस मैराथन को विस्तार रूप देते हुए एक लाख से अधिक बालिकाओं और महिलाओं को शामिल करने का लक्ष्य ले सकते हैं .
प्रियंका गांधी के दौरे के मायने: दरअसल यूपी चुनाव के बाद अब अगले डेढ़ साल बाद राजस्थान सहित पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होंगे . कांग्रेस की कोशिश होगी कि आधी आबादी को साथ लेकर राजस्थान में सत्ता वापसी की जाए . यही वजह है कि यूपी में जिस फार्मूले के साथ विधानसभा चुनाव में महिलाओं को प्राथमिकता दी गई , उसी तर्ज पर राजस्थान में भी कांग्रेस महिला कार्ड खेल सकती है . मैराथन में अगर प्रियंका गांधी शामिल होती हैं तो यह भी तय माना जा रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में राजस्थान में भी प्रियंका गांधी मुख्य भूमिका के रूप में नजर आएंगी .
बड़ा आयोजन बड़ा इनाम: मैराथन के प्रतिभागियों और विजेताओं के लिए स्कूटी, स्मार्टफोन, फिटनेस बैंड सहित अन्य पुरस्कार दिए जाएंगे. इस मैराथन की शुरुआत के मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राजस्थान सरकार के तमाम मंत्री, कई खिलाड़ी और अन्य लोग उपस्थित होंगे. मैराथन रेस के अलावा 8 मार्च पर राज्य सरकार की ओर से महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के अधिकारों को आम जनता तक पहुंचाने के लिए अलग-अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, जिसमें अपने क्षेत्र में विशेष कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया जाता है.