जयपुर. प्रदेश सरकार जहां बच्चों की समानता की बात करती है तो वही शिक्षा विभाग ने शुरू किए राजीव गांधी कैरियर पोर्टल में सिर्फ सरकारी बच्चों को लाभ दिया है. लेकिन निजी स्कूल के 30 लाख से ज्यादा बच्चे इससे वंचित है. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिसके बाद सरकार ने दूसरे चरण में निजी स्कूलों को पोर्टल से जोड़ने की कवायद शुरू कर दी है.
इसकी जानकारी खुद शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने दी है. मंत्री डोटासरा ने कहा कि अभी पोर्टल का पहला चरण है. इस कारण इससे केवल सरकारी स्कूलों को जोड़ा गया है. भविष्य में शुरू होने वाले दूसरे चरण में पोर्टल से निजी स्कूल जुड़ सकते है.
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मंत्री डोटासरा ने कहा कि अभी सरकारी स्कूलों के बच्चों को डाटा और लॉगिन आईडी उपलब्ध करवाई जा रही है. इसके बाद दूसरे फेज में निजी स्कूलों को जोड़ा जाएगा. राजीव गांधी कैरियर पोर्टल के माध्यम से कक्षा 9-12 के विद्यार्थी हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में 200 से अधिक व्यावसाहिक और 237 पेशेवर कैरियर की जानकारी उपलब्ध है. इसी के साथ विद्यार्थी छात्रवृत्ति, शिक्षा योजनाओं, कॉलेज विकल्पों, विभिन्न प्रवेश परीक्षा विवरणों की जानकारी प्राप्त कर सकते है. इस पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थी 455 से अधिक करियर विकल्पों, 10 हजार कॉलेजों, 960 से अधिक छात्रवृत्ति और 955 से अधिक प्रवेश परीक्षाओं से संबंधित सभी जानकारी ले सकते हैं.