जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना के संकट के चलते प्रदेश में आए आर्थिक संकट से उबारने में अब सौर ऊर्जा मदद करेगी. प्रदेश में सौर ऊर्जा की असीम संभावनाओं को देखते हुए निजी कंपनियां इस ओर आकर्षित हो रही है. अडाणी ग्रुप प्रदेश में 5 जिलों में 36 हजार करोड़ की लागत से सोलर पावर पार्क का निर्माण करेगा. इससे प्रदेश के तकरीबन 8 हजार लोगों को रोजगार भी मिलेगा.
प्रदेश सरकार ने अडाणी ग्रुप को 9700 मेगावाट के सोलर पावर पार्क बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. ये समूह जैसलमेर, बीकानेर, जोधपुर, जालोर और बाड़मेर में सोलर प्लांट लगाने में अपना निवेश करेगा. इससे सरकार को जमीन के बदले एक साथ 650 करोड़ रुपए और सोलर प्लांट निर्माण के दरमियान करीब 2 हजार करोड़ पर मिलेंगे.
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जब प्लांट शुरू हो जाएंगे, तब भी सरकार को जीएसटी के रूप में 100 करोड़ रूपए का सालाना राजस्व मिलेगा. ऊर्जा विभाग प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा की माने तो समूह वर्ष 2025 तक यह प्रोजेक्ट पूरे करेगा.
हम देश नहीं पूरे विश्व को दे सकते हैं सौर ऊर्जा
वहीं ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला के अनुसार राजस्थान में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में असीम संभावना है. उनके अनुसार राजस्थान में सोलर रेडिएशन 1 लाख 42 हजार मेगावाट सौर ऊर्जा पैदा करने जितना है और हम ना केवल पूरे देश बल्कि पूरे विश्व को सौर ऊर्जा दे सकते हैं. इसलिए प्रदेश सरकार भी लगातार इस क्षेत्र आगे बढ़ने का काम कर रही है.
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ऊर्जा मंत्री के अनुसार प्रकृति से मिले इस देन का समयबद्ध तरीके से दोहन हो सके, इसकी प्लानिंग चल रही है. कल्ला ने बताया आने वाले दिनों में सोलर एनर्जी ना केवल दिन में बल्कि रात में भी मिले, इसके लिए हम हाइड्रो बैटरी और एथीएम बैटरी का डेवलपमेंट राजस्थान में भी हो इसके लिए भी हम प्रयास कर रहे हैं.