ETV Bharat / city

जयपुरः कोरोना काल में निजी अस्पतालों ने खड़े किए हाथ, सरकारी बीमा योजना में नहीं करेंगे मुक्त उपचार

कोरोना काल में यूनाइटेड प्राइवेट क्लिनिक्स एंड हॉस्पिटल एसोसिएशन ऑफ राजस्थान ने मरीजों का मुफ्त उपचार करने से इनकार कर दिया है. ऐसे में अब प्रदेश का कोई भी निजी अस्पताल सरकारी बीमा योजना में मुक्त उपचार नहीं करेगा.

jaipur news rajasthan news
राजस्थान के निजी अस्पताल नहीं करेंगे मुक्त में उपचार
author img

By

Published : Sep 2, 2020, 9:48 PM IST

जयपुर. राजस्थान में कोरोना काल में निजी अस्पतालों ने मरीजों के मुफ्त उपचार करने से इनकार कर दिया है. यूनाइटेड प्राइवेट क्लिनिक्स एंड हॉस्पिटल एसोसिएशन ऑफ राजस्थान ने अब अपने हाथ खड़े कर दिए हैं. ऐसे में अब निजी अस्पताल सरकारी बीमा योजना में मुक्त उपचार नहीं करेंगे.

राजस्थान के निजी अस्पताल नहीं करेंगे मुक्त में उपचार

उपचार स्टेट वर्किंग कमेटी के सदस्य डॉ. रामदेव चौधरी ने कहा कि, 12 दिसंबर 2019 से पहले जो बीमा कंपनी नेशनल इंश्योरेंस थी, उसने अब तक 65 करोड़ रुपए से ज्यादा का पेमेंट अटका रखा है और 90 हजार क्लेम्स पेंडिंग में रखे हुए हैं. ऐसे में वो भामाशाह योजना की जगह परिवर्तित हुए 'आयुष्मान भारत' योजना में मुफ्त उपचार नहीं कर सकते. वहीं, डॉ. सुनील कुमार शर्मा ने सरकार से मुख्यतः 'भामाशाह' योजना का बकाया भुगतान करने, अस्वीकृत क्लेम्स का निश्चित समय में सुनवाई करके उनका निस्तारण करने, एमओयू उल्लंघन करने वाले बीमा कंपनी को शामिल नहीं करने और स्टेट लेवल और जिला स्तरीय एम्पेनलमेंट और ग्रीवेंस कमिटी में निजी अस्पताल एसोसिएशन के प्रतिनिधि शामिल करने की मांग की है.

ये भी पढ़ेंः महिला के फोटो एडिट कर वायरल करने की धमकी...मांगे एक करोड़ रुपये

ऐसे में अब 'आयुष्मान भारत' योजना के लिए ही जब निजी अस्पतालों ने हाथ खड़े कर दिए हैं, तो करोना काल में गंभीर कोरोना पॉजिटिव मरीजों के प्राइवेट अस्पतालों में मुफ्त उपचार का दावा दूर की कौड़ी ही साबित होता नजर आ रहा है. जिस पर सरकार को जल्दी कुछ फैसला लेना होगा.

जयपुर. राजस्थान में कोरोना काल में निजी अस्पतालों ने मरीजों के मुफ्त उपचार करने से इनकार कर दिया है. यूनाइटेड प्राइवेट क्लिनिक्स एंड हॉस्पिटल एसोसिएशन ऑफ राजस्थान ने अब अपने हाथ खड़े कर दिए हैं. ऐसे में अब निजी अस्पताल सरकारी बीमा योजना में मुक्त उपचार नहीं करेंगे.

राजस्थान के निजी अस्पताल नहीं करेंगे मुक्त में उपचार

उपचार स्टेट वर्किंग कमेटी के सदस्य डॉ. रामदेव चौधरी ने कहा कि, 12 दिसंबर 2019 से पहले जो बीमा कंपनी नेशनल इंश्योरेंस थी, उसने अब तक 65 करोड़ रुपए से ज्यादा का पेमेंट अटका रखा है और 90 हजार क्लेम्स पेंडिंग में रखे हुए हैं. ऐसे में वो भामाशाह योजना की जगह परिवर्तित हुए 'आयुष्मान भारत' योजना में मुफ्त उपचार नहीं कर सकते. वहीं, डॉ. सुनील कुमार शर्मा ने सरकार से मुख्यतः 'भामाशाह' योजना का बकाया भुगतान करने, अस्वीकृत क्लेम्स का निश्चित समय में सुनवाई करके उनका निस्तारण करने, एमओयू उल्लंघन करने वाले बीमा कंपनी को शामिल नहीं करने और स्टेट लेवल और जिला स्तरीय एम्पेनलमेंट और ग्रीवेंस कमिटी में निजी अस्पताल एसोसिएशन के प्रतिनिधि शामिल करने की मांग की है.

ये भी पढ़ेंः महिला के फोटो एडिट कर वायरल करने की धमकी...मांगे एक करोड़ रुपये

ऐसे में अब 'आयुष्मान भारत' योजना के लिए ही जब निजी अस्पतालों ने हाथ खड़े कर दिए हैं, तो करोना काल में गंभीर कोरोना पॉजिटिव मरीजों के प्राइवेट अस्पतालों में मुफ्त उपचार का दावा दूर की कौड़ी ही साबित होता नजर आ रहा है. जिस पर सरकार को जल्दी कुछ फैसला लेना होगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.