जयपुर. लालसोट के निजी हॉस्पिटल में प्रसूता की मौत और उसके बाद चिकित्सक की ओर से आत्महत्या किए जाने के बाद प्रदेश भर के चिकित्सकों में रोष व्याप्त है. इस घटना के बाद प्राईवेट हॉस्पिटल्स एंड नर्सिंग होम्स सोसायटी ने आह्वान किया है कि 30 मार्च को जयपुर के निजी अस्पतालों में मरीजों (Private hospitals in Jaipur will remain closed on March 30) का इलाज नहीं होगा. निजी अस्पताल पूर्ण रूप से बंद रहेंगे. चिकित्सकों का कहना है कि मामले को प्रशासन गंभीरता से ले और दोषियों पर कार्रवाई करे अन्यथा चिकित्सकों की ओर से आंदोलन तेज किया जाएगा. सेवारत चिकित्सक संघ से जुड़े चिकित्सकों ने भी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग रखी है और घटना के विरोध में बुधवार को प्रदेशभर के अस्पतालों में 2 घंटे का कार्य बहिष्कार भी किया जाएगा.
प्राइवेट हॉस्पिटल्स एंड नर्सिंग होम सोसायटी का आरोप है कि लालसोट के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान प्रसूता की मौत हो गई. जिसके बाद स्थानीय पुलिस की ओर से अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अर्चना शर्मा के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया. ऐसे में आहत होकर डॉ अर्चना शर्मा ने आत्महत्या कर ली. प्राईवेट हॉस्पिटल्स एंड नर्सिंग होम्स सोसायटी के सेक्रेटरी डॉ विजय कपूर का कहना है कि इस घटना के बाद सभी निजी अस्पतालों के चिकित्सकों में रोष व्याप्त है. ऐसे में 30 मार्च को जयपुर में संपूर्ण मेडिकल बंद का आह्वान किया गया है.
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इस बंद के तहत सभी निजी अस्पताल बंद रहेंगे और सिर्फ़ भर्ती मरीज़ों को ही अटेंड किया जाएगा. डॉ. विजय कपूर ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा है कि दोषी पुलिस कर्मियों को तुरंत प्रभाव से निलंबित करके गिरफ़्तार किया जाए. चिकित्सकों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि ज़िम्मेदार पुलिस अफ़सरों व परिजनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने व मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट 2008 के तहत कार्रवाई नहीं होती है तो पूरे प्रदेश में चिकित्सकों की ओर से आंदोलन तेज किया जाएगा.
2 घंटे कार्य बहिष्कारः इस मामले को लेकर सेवारत चिकित्सक संघ से जुड़े चिकित्सकों ने भी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग रखी है और घटना के विरोध में आज प्रदेशभर के अस्पतालों में 2 घंटे का कार्य बहिष्कार भी किया जाएगा. हालांकि इस दौरान आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी. घटना के विरोध में आज अस्पतालों में सुबह 9 से 11 तक पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार रहेगा. सेवारत चिकित्सक संघ ने मांग करते हुए कहा है कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए और इस तरह की घटना दोबारा न हो इसके लिए सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिए.