जयपुर. कोरोना संकट के चलते बंद प्राथमिक स्कूल एक बार फिर खुलने जा रहे हैं. पहली से पांचवीं कक्षा तक के बच्चे तीन महीने बाद बुधवार से एक बार फिर कक्षाओं में पढ़ाई करेंगे. प्राथमिक स्तर की स्कूलों में इसे लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. बच्चों को अभिभावकों की लिखित अनुमति के बाद ही प्रवेश (Parents permission for attending schools) मिलेगा. जो बच्चे स्कूल नहीं आएंगे, उनके लिए ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा जारी रहेगी.
दरअसल, सरकार ने पहली से पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए 16 फरवरी से स्कूल खोलने की घोषणा 13 फरवरी को की थी. इसके बाद से ही स्कूल प्रशासन व्यवस्थाओं में जुट गए थे. महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल, गांधीनगर की प्रधानाचार्य कुमुद शर्मा का कहना है कि पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चे लंबे समय बाद स्कूल आ रहे हैं. इसलिए उनके कक्षा कक्षों की सफाई की गई है. इसके साथ ही स्कूल में मास्क और सेनेटाइजर की भी व्यवस्था की गई है.
अभिभावकों से मिलकर बच्चों को स्कूल भेजने की लिखित सहमति ली जा रही है. जो अभिभावक स्कूल के वाट्सएप ग्रुप से जुड़े हैं, उन्हें सहमति पत्र का फॉरमेट भिजवाया गया है. स्कूल का पूरा स्टाफ डबल वैक्सीनेटेड है. राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजेंद्र पारीक का कहना है कि स्कूल में साफ-सफाई करवाकर मास्क और सेनेटाइजर का प्रबंध किया गया है. जो बच्चे मास्क लगाकर नहीं आएंगे, उन्हें मास्क दिया जाएगा. अभिभावकों की सहमति के बाद ही बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा. उनका कहना है कि जो बच्चे स्कूल नहीं आ पाएंगे, उनके लिए ऑनलाइन क्लास जारी रखी जाएगी.
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कक्षा 6 से 12 तक के बच्चों की उपस्थिति 50 फीसदी...
कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में कमी आने के साथ ही सरकार ने 1 फरवरी को कक्षा 10-12 के बच्चों के लिए स्कूल खोले थे. इसके बाद 10 फरवरी से कक्षा 6 से 9 और 11वीं के बच्चों को भी स्कूल बुलाया गया. हालांकि, अभी इन बड़ी कक्षाओं के बच्चों की उपस्थिति 50 फीसदी ही पहुंची है. बता दें कि कोरोना संकट के चलते मार्च 2020 में प्राथमिक स्तर के बच्चों की स्कूल बंद की गई थी. इसके बाद पिछले साल सितंबर में पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चों के लिए स्कूल खोले गए. कोरोना के आंकड़े एक बार फिर बढ़े तो पिछले साल नवंबर में एक बार फिर छोटे बच्चों के लिए स्कूल बंद कर दिए गए.