जयपुर. महुआ पुजारी शंभू दयाल की मौत के मामले में चल रहा आंदोलन अभी थमा भी नहीं था कि इसी प्रकरण में दौसा में चल रहे धरने के दौरान पुलिस लाठीचार्ज में घायल हुए जगदीश सैनी की उपचार के दौरान जयपुर में मौत हो गई. भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के साथ ही मृतक के परिजनों को 10 लाख का मुआवजा और लाठीचार्ज में शामिल दोषी पुलिसकर्मियों के निलंबन की मांग कर रहे हैं.
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किरोड़ी लाल मीणा के अनुसार पुजारी मौत मामले में दौसा के महुआ में शांतिपूर्ण तरीके से धरना दिया जा रहा था, लेकिन पुलिस ने वहां लाठीचार्ज कर लोगों को उठाया. इसी दौरान घायल जगदीश सैनी के उपचार के दौरान मौत हो गई, जबकि वहां लाठीचार्ज की जरूरत ही नहीं थी.
इस मामले पर भाजपा सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि गहलोत सरकार को असम में अपने सहयोगी दल के विधायक प्रत्याशियों को जयपुर के होटल में बाड़ेबंदी करने की तो फुर्सत है, लेकिन महुआ में पुजारी की मौत के मामले में अब तक न्याय देने के लिए उन्होंने कुछ भी नहीं किया.
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बोहरा ने कहा कि अभी तक पुजारी शंभू दयाल की मौत के मामले में न्याय नहीं मिला है और अब न्याय मांगने के लिए धरने स्थल पर बैठे जगदीश सैनी की पुलिस के लाठीचार्ज में मौत हो गई. ऐसे में अब प्रदेश सरकार पूरी तरह संवेदनहीन हो चुकी है.
पार्थिव देह पर भी लगाया टेंट
शुक्रवार को पार्थिव देह को बचाने के लिए मंगाया गया डीप फ्रीजर भी खराब निकला और देर शाम तक पार्थिव देह को उसमें नहीं रखा जा सका. ऐसे में प्रदर्शन स्थल पर डेड बॉडी के बॉक्स के पास भी टेंट लगाया गया ताकि वह छांव में रह सके.