जयपुर. प्रदेश में बिजली का संकट (Power crisis in Rajasthan) लगातार गहराता जा रहा है. आलम यह है कि बिजली की बढ़ती डिमांड के बीच अब जयपुर डिस्कॉम के 6 जिलों में किसानों को दिन के बजाय रात में खेती के लिए बिजली दी जाएगी. वहीं, डिस्कॉम ने इंडस्ट्रीज एसोसिएशन से गुजारिश की है कि उद्योगों में शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक जब पीक अवर होता है तब लोड कम करें. जयपुर डिस्कॉम प्रबंध निदेशक अजीत कुमार सक्सेना ने बताया कि इंडस्ट्री एसोसिएशन पदाधिकारियों से इस संबंध में बात की गई थी जिसका सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहा है.
सक्सेना ने बताया कि जयपुर डिस्कॉम में 6 जिलों में किसानों को खेती के लिए दिन में बिजली दी जा रही थी लेकिन अब उन्हें देर रात से अगले दिन अल सुबह तक खेती के लिए बिजली दी जाएगी. सक्सेना के अनुसार इस संबंध में ग्रामीण इलाकों में संबंधित सरपंचों और किसानों से भी बात कर ये व्यवस्था शुरू कर दी गई है. जयपुर डिस्कॉम एमडी के अनुसार गर्मी में दिन में खेतों में पानी देने पर धूप के कारण वो जल्दी सूख जाएगा, लेकिन रात की ठंडक में पानी देने पर पानी खेतों में ज्यादा समय तक टिकेगा भी और दिन के पिक समय में डिस्कॉम को भी बिजली के लोड में राहत मिल पाएगी.
इन जिलों में खेती के लिए अब रात में मिलेगी बिजली- बिजली संकट के बीच जयपुर डिस्कॉम में आने वाले कोटा, बूंदी, झालावाड़, धौलपुर, भरतपुर और जयपुर जिले में अब किसानों को खेती के लिए रात में 11 बजे से खेती के सुबह 6 बजे तक बिजली मिलेगी. अब तक डिस्कॉम दिन में सुबह 6 बजे से से 12 बजे तक खेती के लिए बिजली दे रहा था, लेकिन मौजूदा बिजली संकट के चलते अब यह नई व्यवस्था की गई है.
राज्य में 31 फीसदी बिजली डिमांड बढ़ी- प्रदेश में बिजली क संकट (Power crisis in Rajasthan) लगातार गहराता जा रहा है और इसके पीछे सबसे बड़ी वजह बिजली की लगातार बढ़ती डिमांड है. पिछले साल कोरोना महामारी के चलते अधिकतर औद्योगिक और व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद थे, लेकिन कोरोना का असर कम होने के बाद ये सभी प्रतिष्ठान और औद्योगिक इकाइयां अपनी पूर्ण क्षमता के साथ चलने लगी है. ऐसे में राजस्थान में पिछले साल की तुलना में इस बार 31 फीसदी बिजली की डिमांड बढ़ गई है.
जयपुर डिस्कॉम में आने वाले जिलों में प्रतिदिन 20 लाख यूनिट की अतिरिक्त डिमांड बढ़ी है. जयपुर डिस्कॉम प्रबंध निदेशक अजीत कुमार सक्सेना के अनुसार प्रदेश में विद्युत उत्पादन की कुछ इकाइयां बंद होने और देशभर में कोयले के संकट के चलते यह स्थिति बनी है. बिजली के संकट के चलते डिस्कॉम ने जिला मुख्यालय को छोड़ सभी जगह बिजली की कटौती शुरू कर दी है. हालांकि, शहरी इलाकों में भी अघोषित कटौती की सूचनाएं समय-समय पर आती रहती है. बताया जा रहा है कि आम उपभोक्ताओं की सुविधा को देखते हुए ऊर्जा विकास निगम महंगे दामों पर भी बिजली खरीदने का प्रयास कर रहा है, लेकिन उसके बाद भी बिजली नहीं मिल पा रही.