जयपुर. राजधानी जयपुर सहित प्रदेश भर में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. इसके साथ ही संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. वहीं राज्य सरकार के द्वारा बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए सख्ती भी बढ़ाई गई है. कोरोना के चलते आम जीवन पर भी काफी असर देखने को मिला है. अर्थव्यवस्था भी गड़बड़ा गई है. लेकिन दूसरी और सरकार के द्वारा की गई सख्ती का सुखद पहलू भी अब आम जनता को देखने को मिल रहा है.
बता दें सरकार के द्वारा की गई सख्ती के बाद से ही प्रदेश के प्रदूषण के स्तर में गिरावट दर्ज की गई है. जहां 20 दिन पहले तक ज्यादातर शहरों में प्रदूषण का स्तर 200 या 250 से अधिक तक बना हुआ रहता था. तो वहीं ज्यादातर शहरों में यह प्रदूषण का स्तर गिरकर 150 के नीचे तक आ गया है. आमजन को अब पहले की तुलना में स्वस्थ हवा भी मिल रही है. 20 दिन पहले तक यह स्तर रेड जोन के बीच में पहुंच गया था. हालांकि अब थोड़ी आमजन को राहत भी मिली है.
प्रदेश में सर्वाधिक प्रदूषण स्तर की बात की जाए तो आज प्रदेश में सर्वाधिक प्रदूषण स्तर जोधपुर में दर्ज किया गया है. प्रदूषण नियंत्रण मंडल के द्वारा जारी किए गए आंकड़े यानी aqi को देखा जाए तो आज जोधपुर में प्रदूषणस्तर 174 दर्ज किया गया. इसके साथ ही सबसे कम प्रदूषण अजमेर में दर्ज किया गया. अजमेर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 82 दर्ज किया गया है. हालांकि अभी भी लोग बिना कोई कार्य के घरों से बाहर निकल रहे हैं. ऐसे में सरकार के द्वारा और सख्ती बढ़ाई गई और कोई भी व्यक्ति बिना कार्य से बाहर नहीं निकले तो प्रदेश के प्रदूषण के स्तर में और गिरावट भी दर्ज की जा सकती है.
पिछले साल केंद्र सरकार के द्वारा देशभर में जब लॉकडाउन लगाया गया था तो प्रदूषण के स्तर में काफी हद तक गिरावट देखने को मिली थी. राजधानी जयपुर में पिछले साल एयर क्वालिटी इंडेक्स 50 के नीचे तक आ गया था. आमजन को बिल्कुल शुद्ध हवा भी मिलने लगी थी.
राजस्थान के प्रमुख शहरों में प्रदूषण का डेटा
- जोधपुर 174
- भिवाड़ी 168
- पाली 152
- उदयपुर 144
- जयपुर 100
- अलवर 98
- कोटा 93
- अजमेर 82
0 से 50 aqi गुणवत्ता वाली हवा अच्छी मानी जाती है. वहीं 50 से 100 aqi वाली हवा की गुणवत्ता ठीकठाक वाली कैटेगरी में आती है. तो 101 से 200 aqi वाली हवा मोडरेट और 201 से 300 वाली हवा की गुणवत्ता खराब तो 301 से 400 वाली हवा बहुत अधिक खराब मानी जाती है. उसमें सांस रोग का खतरा होता है.