जयपुर. राम मंदिर निर्माण के लिए पूरे देश में जिस तरीके से विश्व हिंदू परिषद और अन्य संगठनों की ओर से घर घर जाकर पैसे इकट्ठे किए जा रहे हैं, उससे देश में एक नई चर्चा शुरू हो गई है. हालांकि, राजस्थान कांग्रेस के अग्रिम संगठन NSUI ने भी ₹1 राम के नाम अभियान शुरू कर दिया है, लेकिन इस अभियान पर कांग्रेस के कोषाध्यक्ष पवन बंसल ने ही सवाल खड़े कर दिए हैं. ऐसे में अब एनएसयूआई बैकफुट पर आ गई है और राजस्थान एनएसयूआई के अध्यक्ष ने साफ कहा कि इस अभियान को लेकर पवन बंसल ने जो कहा है वह पार्टी की गाइडलाइन होगी, लेकिन हमारा कार्यक्रम किसी तरीके चंदा इकट्ठा करने का नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि भाजपा और उसके अग्रिम संगठन RSS जिस तरीके से आज तक राम के नाम पर 15 हजार करोड़ रुपए लोगों से राम के नाम पर इकट्ठा कर चुके हैं और उनका कोई हिसाब नहीं दे रहे हैं. ऐसे में हम उन्हें बताना चाहते हैं कि भगवान राम को श्रद्धा से दिया गया ₹1 भी एक करोड़ के बराबर है. भगवान राम को श्रद्धा की भूख है ना कि पैसे की.
यह भी पढ़ेंः राजस्थान के इस विधायक ने पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को लेकर क्यों कहा कि आज मन से दुखी होंगे प्रशंसक
अभिषेक ने कहा कि RSS को सबसे ज्यादा अनुशासित संगठन कहा जा रहा है, लेकिन आज देश में गली-गली में लोग पर्ची छपवा कर जबरदस्ती चंदा इकट्ठा कर रहे हैं, इसे रोकने के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी बना दी है और उस कमेटी ने ऑनलाइन सुविधा दे रखी है तो लोगों के घरों में घुसकर पर्चियां काटना सही नहीं है.
अभिषेक चौधरी ने कहा कि भाजपा केवल धर्म के नाम की राजनीति करती है, जबकि भारत धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और कांग्रेस पार्टी धर्मनिरपेक्ष पार्टी. हम बार-बार कहते हैं कि भगवान राम देश के 135 करोड़ लोगों के हैं. राम हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और प्राणी मात्र के हैं. अभिषेक चौधरी ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी वह शख्स थे जिन्होंने सबसे पहले रामलला के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट की थी, भाजपा केवल राम के नाम पर एजेंडा फैला रही है.