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निगम की कार्रवाई में लॉकडाउन के दौरान बेघर हुए अतिक्रमियों को लेकर शुरू हुई राजनीति

विद्याधर नगर में निगम की जमीन से हटाने के बाद अतिक्रमियों ने फुटपाथ पर डेरा जमा लिया है और निगम के सियासतदां इस मसले पर अपनी-अपनी राजनीतिक रोटी सेकने में लगे हुए हैं. सोमवार को हेरिटेज नगर निगम महापौर मुनेश गुर्जर बेसहारा हुए लोगों से मुलाकात करने पहुंची. वहीं ग्रेटर नगर निगम के कांग्रेसी पार्षदों ने निगम मुख्यालय पर ग्रेटर मेयर की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया.

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Published : May 24, 2021, 10:35 PM IST

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अतिक्रमियों को लेकर शुरू हुई राजनीति

जयपुर. ग्रेटर नगर निगम की कार्रवाई के बाद सियासत गरमाती जा रही है. सोमवार को कांग्रेसी पार्षदों ने निगम मुख्यालय में महापौर के खिलाफ प्रदर्शन कर सद्बुद्धि यज्ञ किया. इस दौरान पार्षद करण शर्मा ने बताया कि मेयर के कहने पर लॉकडाउन के दौरान विद्याधर नगर में कार्रवाई की गई और जब विरोध बढ़ता देखा, तो मेयर इसका ठीकरा अधिकारियों के सिर पर फोड़ना चाहती है.

अतिक्रमियों को लेकर शुरू हुई राजनीति

उन्होंने कहा कि लोक वाहन समिति की बैठक में जो तय हुआ उसी के आधार पर अधिकारियों ने कार्रवाई की, और अब मेयर और चेयरमैन यू टर्न ले रहे हैं. ऐसे में इनकी सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया गया है.

यह भी पढ़ें: जलदाय मंत्री बीडी कल्ला का दावा, गर्मियों में पानी की नहीं होगी समस्या

उधर, हेरिटेज नगर निगम की महापौर विद्याधर नगर में फुटपाथ पर डेरा जमाए बैठे अतिक्रमियों से मुलाकात करने पहुंची. इस दौरान उन्होंने निराश्रित लोगों को फूड पैकेट बांटे और उनकी पीड़ा को भी सुना. मुनेश गुर्जर ने कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि शहर में धारा- 144 लगी है, जिस की धज्जियां उड़ाई गई. एक तरफ प्रदेश के मुखिया से लेकर आम व्यक्ति गरीब मजदूरों के साथ खड़ा है. दूसरी तरफ ग्रेटर नगर निगम की ओर से अमानवीय कार्रवाई की गई.

यह भी पढ़ें: पूनिया ने आमेर में शुरू किया 'विधायक जन सहयोग केन्द्र', छबड़ा मामले में पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल

इससे पहले ग्रेटर नगर निगम महापौर और क्षेत्रीय पार्षद ने भी मौके पर पहुंच कर बेघर हुए उन लोगों की सुध ली थी. और इस कार्रवाई को शर्मनाक बताते हुए सीएम से आयुक्त के खिलाफ कार्रवाई करने और बेसहारा हुए सांसी समाज के लोगों को आश्रय देने की मांग की थी.

निजी मकान में खुदाई के दौरान अड़चन बना पीपल

कोटा में इन-दिनों कोरोना संक्रमण ने लोगों को कृत्रिम सांस पर ला दिया. वहीं लोगों को बचाने के लिए ऑक्सीजन लगानी पड़ी. वहीं 24 घन्टे प्राकृतिक ऑक्सीजन देने वाला पीपल के पेड़ को एक मकान के निर्माण में बीच में आ रहा था. उस पर उसे हटाने के लिए परमिशन भी ले ली थी. उस पर मकान मालिक ने उसे हटाने की प्रकिया शुरू की, जिस पर वहां मौजूद वार्ड- 2 के पार्षद धीरेंद्र चौधरी वहां मौजूद थे. उस पर क्रेन बुलवाकर उसको जड़ सहित उखाड़ा गया और उसको ले जा कर दशहरा मैदान में लगवाया.

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निजी मकान में खुदाई के दौरान अड़चन बना पीपल
पार्षद धीरेंद्र चौधरी ने बताया कि एयरोड्राम चौराहे के एक निजी भूखंड पर चल रहे खुदाई कार्य मे एक पीपल का पेड़ बीच मे आ रहा था, जिसे भूखंड मालिक ओपी शर्मा ने पेड़ काटने की स्वीकृति लेकर काटने के बजाय उसे क्रेन की सहायता से जड़ समेत बाहर निकाला और डंपर में रखकर दशहरा मैदान ले जाकर गहरा गड्डा कर वापस लगा दिया.

यह भी पढ़ें: बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल की अध्यक्षता में कोटा संभाग की बाल कल्याण समितियों के कार्यों की समीक्षा

एलिवेटेड रोड निर्माण के दौरान दो पेड़ को दशहरा मैदान में लगा चुके हैं

पार्षद धीरेंद्र चौधरी ने बताया कि एलिवेटिड रोड निर्माण कार्य के दौरान पीपल और बरगद के दो पेड़ काटे गये थे, जिनको भी जड़ सहित उखाड़ कर दशहरा मैदान में लगाए गए थे. जो कि आज वह हरे भरे हो गए. साथ ही आज एक ओर पीपल का पेड़ लगाया गया है. चौधरी ने बताया, पीपल का पेड़ सबसे ज्यादा आक्सीजन व छाया देने वाला माना जाता है.

जयपुर. ग्रेटर नगर निगम की कार्रवाई के बाद सियासत गरमाती जा रही है. सोमवार को कांग्रेसी पार्षदों ने निगम मुख्यालय में महापौर के खिलाफ प्रदर्शन कर सद्बुद्धि यज्ञ किया. इस दौरान पार्षद करण शर्मा ने बताया कि मेयर के कहने पर लॉकडाउन के दौरान विद्याधर नगर में कार्रवाई की गई और जब विरोध बढ़ता देखा, तो मेयर इसका ठीकरा अधिकारियों के सिर पर फोड़ना चाहती है.

अतिक्रमियों को लेकर शुरू हुई राजनीति

उन्होंने कहा कि लोक वाहन समिति की बैठक में जो तय हुआ उसी के आधार पर अधिकारियों ने कार्रवाई की, और अब मेयर और चेयरमैन यू टर्न ले रहे हैं. ऐसे में इनकी सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया गया है.

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उधर, हेरिटेज नगर निगम की महापौर विद्याधर नगर में फुटपाथ पर डेरा जमाए बैठे अतिक्रमियों से मुलाकात करने पहुंची. इस दौरान उन्होंने निराश्रित लोगों को फूड पैकेट बांटे और उनकी पीड़ा को भी सुना. मुनेश गुर्जर ने कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि शहर में धारा- 144 लगी है, जिस की धज्जियां उड़ाई गई. एक तरफ प्रदेश के मुखिया से लेकर आम व्यक्ति गरीब मजदूरों के साथ खड़ा है. दूसरी तरफ ग्रेटर नगर निगम की ओर से अमानवीय कार्रवाई की गई.

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इससे पहले ग्रेटर नगर निगम महापौर और क्षेत्रीय पार्षद ने भी मौके पर पहुंच कर बेघर हुए उन लोगों की सुध ली थी. और इस कार्रवाई को शर्मनाक बताते हुए सीएम से आयुक्त के खिलाफ कार्रवाई करने और बेसहारा हुए सांसी समाज के लोगों को आश्रय देने की मांग की थी.

निजी मकान में खुदाई के दौरान अड़चन बना पीपल

कोटा में इन-दिनों कोरोना संक्रमण ने लोगों को कृत्रिम सांस पर ला दिया. वहीं लोगों को बचाने के लिए ऑक्सीजन लगानी पड़ी. वहीं 24 घन्टे प्राकृतिक ऑक्सीजन देने वाला पीपल के पेड़ को एक मकान के निर्माण में बीच में आ रहा था. उस पर उसे हटाने के लिए परमिशन भी ले ली थी. उस पर मकान मालिक ने उसे हटाने की प्रकिया शुरू की, जिस पर वहां मौजूद वार्ड- 2 के पार्षद धीरेंद्र चौधरी वहां मौजूद थे. उस पर क्रेन बुलवाकर उसको जड़ सहित उखाड़ा गया और उसको ले जा कर दशहरा मैदान में लगवाया.

अतिक्रमण  राजनीति  बीजेपी  कांग्रेस  nigam  mayor  कोटा न्यूज  जयपुर न्यूज  Kota News  Jaipur News
निजी मकान में खुदाई के दौरान अड़चन बना पीपल
पार्षद धीरेंद्र चौधरी ने बताया कि एयरोड्राम चौराहे के एक निजी भूखंड पर चल रहे खुदाई कार्य मे एक पीपल का पेड़ बीच मे आ रहा था, जिसे भूखंड मालिक ओपी शर्मा ने पेड़ काटने की स्वीकृति लेकर काटने के बजाय उसे क्रेन की सहायता से जड़ समेत बाहर निकाला और डंपर में रखकर दशहरा मैदान ले जाकर गहरा गड्डा कर वापस लगा दिया.

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एलिवेटेड रोड निर्माण के दौरान दो पेड़ को दशहरा मैदान में लगा चुके हैं

पार्षद धीरेंद्र चौधरी ने बताया कि एलिवेटिड रोड निर्माण कार्य के दौरान पीपल और बरगद के दो पेड़ काटे गये थे, जिनको भी जड़ सहित उखाड़ कर दशहरा मैदान में लगाए गए थे. जो कि आज वह हरे भरे हो गए. साथ ही आज एक ओर पीपल का पेड़ लगाया गया है. चौधरी ने बताया, पीपल का पेड़ सबसे ज्यादा आक्सीजन व छाया देने वाला माना जाता है.

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