जयपुर. पांच में से चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सफलता (bjp won in four states assembly election) मिली है जिससे भाजपाई उत्साहित हैं. हालांकि पंजाब में भाजपा का कमल मुरझाया सा नजर आया. उत्तर प्रदेश और पंजाब सहित चार राज्यों में भाजपा के राजस्थान से जुड़े नेताओं ने भी अपना पसीना बहाया था तो अब जब परिणाम आ गया है तो कुछ नेताओं का सियासी कद बढ़ा है तो वहीं कुछ को निराशा (political stature of rajasthan bjp leaders) ही हाथ लगी है.
शेखावत को मिली निराशा तो यादव और मेघवाल का बढ़ा सियासी कद
राजस्थान से आने वाले तीन केंद्रीय मंत्रियों को हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में अलग-अलग राज्यों की जिम्मेदारी दी गई थी. अब जब चुनाव परिणाम आ गए हैं तो इनमें से केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री और राजस्थान से आने वाले राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव के साथ ही बीकानेर सांसद और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की खुशी का ठिकाना नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि जिन प्रदेशों की इन्हें जिम्मेदारी दी गई थी वहां भाजपा का कमल खिला है. इस जीत से दोनों ही नेताओं का सियासी कद भी बढ़ गया है.
दूसरी ओर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत को चुनाव परिणाम से निराशा हाथ लगी है. शेखावत को पंजाब विधानसभा चुनाव में बतौर प्रभारी भाजपा ने जिम्मेदारी दी थी. केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को मणिपुर में प्रभारी की जिम्मेदारी दी थी तो केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को उप्र चुनाव में भाजपा ने सह प्रभारी की जिम्मेदारी दी थी. उत्तर प्रदेश और मणिपुर में भाजपा को बड़ी जीत मिली है जिससे इन दोनों ही नेताओं का राजस्थान और केंद्र की राजनीति में भी कद बढ़ा है.
उप्र और पंजाब में राजस्थान से गए थे पार्टी के कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी
राजस्थान से उत्तर प्रदेश और पंजाब में चुनाव प्रवासी प्रभारियों के रूप में कई नेता और कार्यकर्ताओं को भेजा गया था. ऐसे में यूपी भेजे गए राजस्थान के करीब 72 नेताओं को इस जीत से बेहद खुशी हुई है और संगठनात्मक रूप से उनका पार्टी में कद भी बढ़ा है. खासतौर पर राजस्थान भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच के निर्देशन में पार्टी कार्यकर्ताओं की टीम यूपी गई थी. वहीं पंजाब में राजस्थान भाजपा के प्रदेश मंत्री अशोक सैनी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने पसीना बहाया था लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी.