जयपुर. राजधानी के प्रतापनगर थाना इलाके में स्थित यूनिक टावर में 30 वर्षीय श्वेता तिवारी की हत्या करने वाले हत्यारे ने उसके 21 माह के बेटे श्रीयम की भी मंगलवार को ही निर्मम हत्या कर दी. हत्या करने के बाद हत्यारे ने मासूम के शव को अपार्टमेंट की चारदीवारी के पीछे स्थित जंगलों में सुनसान जगह पर फेंक दिया और फिर वहां से फरार हो गया.
अब इस पूरी घटनाक्रम के बाद अनेक सवाल उठ रहे हैं. जिनका जवाब जयपुर पुलिस भी तलाश रही है. हत्यारे को किसी ने भी फ्लैट में जाते हुए और बाहर आते हुए नहीं देखा. हत्यारा अगर मासूम का अपहरण कर उसे अपने साथ फ्लैट से बाहर लाया तो इसकी भी भनक किसी को नहीं लगी.
वहीं, अपार्टमेंट में रहने वाले कुछ लोगों ने 30 वर्षीय श्वेता तिवारी को आखरी बार दोपहर में 2:30 बजे के करीब कपड़े सुखाते हुए देखा था. पुलिस की ओर से की जा रही पड़ताल में यह चीज निकल के सामने आई है कि मृतका का पति रोहित तिवारी रोजाना दोपहर में लंच करने के लिए फ्लैट पर आता है.
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ऐसे में शक की सुइयां रोहित की तरफ भी घूम रही है. हत्या की वारदात के बाद डॉग स्क्वायड टीम जब मौके पर पहुंची थी तो डॉग स्क्वायड वारदात स्थल से बार-बार अपार्टमेंट की पार्किंग में आकर रोहित की कार के चारों तरफ चक्कर लगा रहा था. ऐसे में पुलिस का शक रोहित पर और भी गहरा गया है.
मां और बेटे को एक ही तरह से उतारा गया मौत के घाट
हत्यारे ने 30 वर्षीय श्वेता तिवारी के सर पर किसी भारी वस्तु से हमला कर उसकी हत्या की और फिर एक धारदार हथियार से उसका गला भी रेत दिया. वहीं, 21 माह के मासूम श्रीयम के भी सर पर किसी भारी वस्तु से वार कर उसे मौत के घाट उतारा गया है.
हत्यारे की ओर से श्वेता और श्रीयम की हत्या एक ही समय पर करने और फिर श्रीयम का शव ले जाकर जंगल में सुनसान जगह पर फेंकने की आशंका जताई जा रही है. पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव का कहना है की पुलिस हत्यारे के काफी करीब पहुंच चुकी है और जल्द ही हत्यारे को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा किया जाएगा.