जयपुर. राजस्थान के बेरोजगारों के समर्थन में अपनी नौकरी से इस्तीफा देने वाले सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट शौर्य चक्र विकास जाखड़ को (police stopped vikas jakhar protest in jaipur) पुलिस ने गुरुवार को धरना देने से रोक दिया. कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लगाई गई धारा 144 का हवाला देकर उन्हें शहीद स्मारक पर धरना देने से रोका गया है.
विकास जाखड़ ने कहा कि हमने दो दिन पहले घोषणा की थी कि गुरुवार से शहीद स्मारक पर (Vikas Jakhar protest against unemployment) बेरोजगारों युवाओं की मांग को लेकर धरना देंगे और आंदोलन का आगाज करेंगे. भर्तियों में सरकार द्वारा प्रायोजित घोटालों के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए हम यहां इकट्ठा हुए हैं. पहले पुलिस ने धरने की अनुमति नहीं दी. फिर भी बड़ी संख्या में युवा यहां इकट्ठा हुए. उन्हें धारा 144 का हवाला देकर और महामारी एक्ट में मुकदमा दर्ज करने की धमकी देकर भगाया गया.
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साथ ही कहा कि सरकार युवाओं की आवाज से डर गई है. इसलिए धरना और रैली पर प्रतिबंध लगाया गया है. बसों में खचाखच भीड़ है. राजनीतिक पार्टियों के कार्यक्रमों में भी भीड़ उमड़ रही है. इन्होंने केवल युवाओं की आवाज को दबाने के लिए धारा 144 लागू की है. अब लोकतंत्र में युवा अपने अधिकारों को लेकर आवाज भी नहीं उठा सकता है. लोकतंत्र की दुहाई देने वाली प्रदेश सरकार खुद लोकतंत्र का गला घोंट रही है.
विकास जाखड़ ने कहा कि वे चुप नहीं बैठेंगे. चाहे कोरोना हो या नया वेरिएंट ओमीक्रोन. युवाओं की आवाज बुलंद करने के लिए वे नए तरीके खोजेंगे. सोशल मीडिया या जितना संभव होगा सड़क पर उतरकर युवाओं की आवाज को मजबूत करने का प्रयास किया जाएगा.