जयपुर. राजधानी की भट्टा बस्ती थाना पुलिस ने बचपन बचाओ आंदोलन संस्था और मानव तस्करी विरोधी यूनिट उत्तर के साथ मिलकर बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए चूड़ी कारखाने में दबिश दी. यहां से पुलिस ने 19 बच्चों को बाल श्रम के नर्क से मुक्त करवाया. वहीं कार्रवाई की जानकारी पर चूड़ी कारखाने का संचालक मौके से फरार हो गया. आरोपी की तलाश में पुलिस की टीम जुट गई है.
पुलिस के अनुसार मानव तस्करी विरोधी यूनिट और बचपन बचाओ आंदोलन संस्था को सूचना मिली थी कि भट्टा बस्ती में एक मकान में अवैध रूप से चूड़ी कारखाने का संचालन किया जा रहा है. जहां पर 1 दर्जन से अधिक मासूम बच्चों को बंधक बनाकर रखा गया है और उनसे जबरन चूड़ी बनाने का काम करवाया जा रहा है.
सूचना पर पुलिस ने मकान में संचालित अवैध चूड़ी कारखाने में दबिश देकर 19 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया. मुक्त करवाए गए सभी बच्चे उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं जिन्हें पढ़ाई का झांसा देकर जयपुर लाया गया और जबरन चूड़ी बनाने के कारोबार में लगा दिया गया.
बच्चों ने पुलिस को बताया कि उनसे सुबह 8 बजे से लेकर रात 11 बजे तक काम करवाया जाता था और सिर्फ एक बार ही खाना दिया जाता था. इसके साथ ही यदि तबीयत खराब होने पर कोई बच्चा ठीक ढंग से काम नहीं करता या काम करने से इनकार करता तो उसके साथ चूड़ी कारखाना संचालक मारपीट भी करता था. फिलहाल पुलिस अब फरार चल रहे चूड़ी कारखाना संचालक की तलाश में जुटी हुई है.